केरल तट से निकले 243 लोगों का पांच महीने बाद भी कोई सुराग नहीं, रिश्तेदारों की सरकार से गुहार

केरल में आज से करीब 5 महीने पहले 243 लोग एक नाव में सवार होकर निकले थे जिनका आजतक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Mon, 24 Jun 2019 03:09 PM (IST) Updated:Mon, 24 Jun 2019 03:14 PM (IST)
केरल तट से निकले 243 लोगों का पांच महीने बाद भी कोई सुराग नहीं, रिश्तेदारों की सरकार से गुहार
केरल तट से निकले 243 लोगों का पांच महीने बाद भी कोई सुराग नहीं, रिश्तेदारों की सरकार से गुहार

नई दिल्ली, एएनआइ। केरल में आज से करीब 5 महीने पहले जनवरी महीने में, 243 लोग एक नाव में सवार होकर निकले, लेकिन केरल तट से रवाना हुए अचानक कहीं उनकी नाव कहीं गुम हो गई। पांच महीने होने के बाद अब उन 243 लोगों के रिश्तेदार उन्हें खोजने के लिए सरकार से अपील कर रहे हैं। रिश्तेदारों का कहना है, 'आज तक कोई निशान नहीं मिला है। हमें सरकार से कोई जवाब नहीं मिला है, हम उनसे इस पर गौर करने का अनुरोध करते हैं।'

केरल से रवाना होने के 5 महीनों बाद भी 243 लोगों से भरी नौका का कोई पता नहीं चल रहा है।केरल के कोच्चि के मुनामबाम बंदरगाह पर इस साल जनवरी में एक बच्‍चे का जूता और महिला की नीली चप्‍पल समुद्र के पानी में मिली थी। अगले कुछ दिनों में कपड़े, बैग और खाने के पैकेट विभिन्‍न जगहों पर समुद्र की सतह पर तैरते मिले थे। इन सामानों को एर्नाकुलम के उत्‍तरी तट पर आश्‍चर्यजनक तरीके से फेंका गया था। शुरुआती जांच में खुलासा हुआ कि महिलाओं, बच्‍चों और पुरुषों को तस्‍करी के जरिए विदेश भेजने का खेल चल रहा था। इस रैकेट का शिकार 243 लोग हो गए।

केरल से रवाना होने के 5 महीनों बाद भी 243 लोगों से भरी नौका का कोई पता नहीं चल रहा है।इस नौका में श्रीलंका के तमिल भी थे जो बेहतर जीवन के लिए विदेशी धरती के लिए रवाना हुए थे। ये लोग नाव में ऐसे भरे हुए थे, जैसे मछलियां रखी जाती हैं। ऐसा लग रहा है कि जैसे यह नाव समुद्र में ही कहीं गुम हो गई। विदेश मंत्रालय को कुछ नहीं पता है, केरल पुलिस और नेवी को भी कोई जानकारी नहीं है।

परिवार वाले परेशान, कोई रास्‍ता नहीं सूझ रहा 
इन लोगों के परिवार वाले परेशान हैं और उन्‍हें कोई रास्‍ता नहीं सूझ रहा है। अधिकारियों ने बताया कि नौका पर सवार लोग ऐसी जगह चले गए हैं, जहां से वापसी के चांस बहुत कम है। मुख्‍य जांच अधिकारी एएसपी एमजे सोजन ने कहा, 'लोगों ने 12 जनवरी एक आदमी की यात्रा के लिए तीन लाख रुपये दिया था। हम नहीं जानते हैं कि वे लोग कहां गए हैं। हमने 10 लोगों को अरेस्‍ट किया है लेकिन अभी भी इस तस्‍करी गिरोह के सरगना श्रीकांतन और सेल्‍वन पुलिस की गिरफ्त से दूर है। यह संभव है कि वे लोग भी नाव में रह गए।' 

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