सुनियोजित तरीके से छवि बिगाड़ने का प्रयास : टाटा

जानबूझकर और सुनियोजित तरीके से निराधार आरोप लगाकर उनकी व्यक्तिगत छवि बर्बाद करने का प्रयास किया गया।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Fri, 30 Dec 2016 10:08 PM (IST) Updated:Fri, 30 Dec 2016 11:11 PM (IST)
सुनियोजित तरीके से छवि बिगाड़ने का प्रयास : टाटा

नई दिल्ली, प्रेट्र । टाटा समूह के अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा ने कहा है कि जानबूझकर और सुनियोजित तरीके से निराधार आरोप लगाकर उनकी व्यक्तिगत छवि बर्बाद करने का प्रयास किया गया। उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर कहा कि टाटा समूह के मूल्य और सिद्धांतों को ऐसे लोगों ने चुनौती दी जो प्राय: अपने ही घोषित उपदेशों का उल्लंघन करने के लिए जाने जाते हैं।

टाटा संस के चेयरमैन पद से साइरस पी. मिस्त्री को हटाकर अंतरिम चेयरमैन बने टाटा ने समूह के कर्मचारियों से कहा कि वे पिछली घटनाओं को भूलकर समूह के साथ समर्पित हो जाएं और समूह का नेतृत्व पुन: स्थापित करने को प्रयास करें। उन्होंने कर्मचारियों को पत्र लिखकर कहा कि पिछले तीन महीने बर्बाद हो गये। कुछ लोगों ने जानबूझकर उनकी व्यक्तिगत छवि और टाटा समूह की प्रतिष्ठा को बेबुनियाद आरोप लगाकर नुकसान पहुंचाया। समूह के कर्मचारियों को नये साल के संदेश में टाटा ने कहा कि उन्हें कर्मचारियों को भारी समर्थन मिला।

पिछली डेढ़ सदी में विकसित हुए टाटा समूह के मूल्यों और सिद्धांतों को कुछ लोगों ने चुनौती दी। ये लोग अपने ही उपदेश न मानने के लिए जाने जाते हैं।समूह पर नियंत्रण को लेकर टाटा और मिस्त्री के लिए सार्वजनिक तौर पर आरोप-प्रत्यारोप लगाये जा रहे हैं। पिछले हफ्ते के दौरान समूह की कई कंपनियों के चेयरमैन और निदेशक पद से मिस्त्री ने इस्तीफा दे दिया है लेकिन कानूनी लड़ाई अभी भी जारी है।

रतन टाटा ने कहा कि टाटा समूह सिर्फ उद्योग समूह नहीं है बल्कि एक संस्था है जो कर्मचारियों ने अपनी मेहनत से स्थापित की है। यह संस्था समाज की सेवा के लिए है और वह अपनी संपदा देश के लोगों को सामाजिक जागरूकता और परोपकार के जरिये वापस लौटा देती है।

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