Indian Railways: गूगल से करार खत्म होने पर भी रेलवे स्टेशनों पर मिलेगा मुफ्त वाई-फाई

गूगल का कांट्रेक्ट खत्म होने के बाद भी रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई देने का प्रोजेक्ट चालू रहेगा। रेलटेल खुद सभी रेलवे स्टेशनों को वाई-फाई सेवाएं प्रदान करेगा।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Mon, 24 Feb 2020 07:00 PM (IST) Updated:Mon, 24 Feb 2020 08:44 PM (IST)
Indian Railways: गूगल से करार खत्म होने पर भी रेलवे स्टेशनों पर मिलेगा मुफ्त वाई-फाई
Indian Railways: गूगल से करार खत्म होने पर भी रेलवे स्टेशनों पर मिलेगा मुफ्त वाई-फाई

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। स्टेशनों पर वाई-फाई की लोकप्रियता को देखते हुए रेलवे गूगल का कांट्रैक्ट खत्म होने के बाद बाद भी स्टेशनों को वाई-फाई सुविधा से लैस करने का काम जारी रखेगा। रेलवे अब तक तकरीबन 5600 से ज्यादा स्टेशनों पर फ्री वाई-फाई की सुविधा प्रदान कर चुका है। जहां हर माह 2.9 करोड़ यात्री इस सुविधा का इस्तेमाल करते हैं। गूगल के साथ रेलवे का कांटैक्ट मई में खत्म हो रहा है। इसके बाद स्टेशनों को वाई-फाई संपन्न करने का बकाया काम रेलटेल पूरा कर रहा है।

स्टेशनों को वाई-फाई सुविधा से लैस करने की मुहिम रेलवे ने मई, 2015 में शुरू की थी। इसके लिए गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई भारत के भारत दौरे के दौरान बाकायदा समझौता हुआ था। समझौते के तहत गूगल ने रेलटेल को रेडियो एक्सेस नेटवर्क (रैन) के साथ टेक्नालॉजी सपोर्ट प्रदान किया था। जबकि रेलटेल की ओर से इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर इंटरनेट बैंडविड्थ सुविधाएं मुहैया कराई गई थीं।

पंचवर्षीय समझौते के तहत गूगल ने ए1 तथा ए श्रेणी के 415 प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधा प्रदान करने का काम किया है। जबकि ए, बी, सी, डी तथा ई श्रेणी के स्टेशनों को वाई-फाई देने की जिम्मेदारी रेलटेल पर छोड़ दी। रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इस व्यवस्था के तहत रेलटेल अब तक बी, सी और डी श्रेणी के 5190 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों को वाई-फाई सुविधा से लैस कर चुकी है। इस तरह गूगल और रेलटेल दोनो के प्रयासों से अब तक 5600 से ज्यादा स्टेशन वाई-फाई सुविधा से संपन्न हो चुके हैं। जबकि बाकी स्टेशनों में वाई-फाई देने का काम जारी है।

ये क्रम तब तक जारी रहेगा जब तक कि देश के सभी 7349 स्टेशन वाई-फाई सुविधा से समृद्ध नहीं हो जाते। रेलटेलके एक अधिकारी ने कहा कि वाई-फाई प्रोजेक्ट के लिए शुरू में गूगल से तकनीकी मदद लेने के बाद कंपनी ने कई दूसरी कंपनियों के साथ सहयोग समझौते किए हैं। जिसकी बदौलत रेल यात्रियों को गूगल वाले ए1 और ए श्रेणी के 415 स्टेशनों समेत अब तक वाई-फाई संपन्न हो चुके सभी 5610 स्टेशनों पर आगे भी उसी स्पीड पर अनवरत मुफ्त वाई-फाई सेवा मिलती रहेगी। हमारा प्रयास रेलवे स्टेशनों को डिजिटल समावेशी प्लेटफार्म में तब्दील करना है।

गूगल के साथ समझौता समाप्त होने के बाद भी यात्रियों को वाई-फाई कनेक्टिविटी में किसी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। जबकि आने वाले समय में बाकी स्टेशनों पर भी हम ये सुविधा देकर रहेंगे। रेलटेल सूत्रों के अनुसार वाई-फाई सुविधा का सबसे ज्यादा उपयोग हावड़ा स्टेशन पर देखने को मिला है। जबकि उसके बाद सिकंदराबाद, पटना तथा इलाहाबाद स्टेशन का नंबर आता है। इन स्टेशनों पर वाई-फाई उपयोगकर्ताओं की सही संख्या का पता नहीं चल सका।

बता दें कि टेक दिग्गज गूगल ने 17 फरवरी 2020 को कहा कि उसने 2020 तक भारत सहित पूरी दुनिया में अपने 'स्टेशन' प्रोग्राम को बंद करने का फैसला किया है। गूगल का कहना है कि पिछले पांच वर्षों में इंटरनेट और ऑनलाइन सेवा पहले की तुलना में अधिक आसान और सस्ती हो गई है।

 गूगल ने 2015 में भारतीय रेल और रेलटेल के साथ मिलकर 'स्टेशन' प्रोग्राम शुरू किया था, ताकि 2020 के मध्य तक देश में 400 रेलवे स्टेशनों पर लोगों के लिए मुफ्त वाई-फाई सुविधा मुहैया कराई जा सके।

गूगल के वाइस प्रेजिडेंट (पेमेंट्स एंड नेक्स्ट बिलियन यूजर्स) ने अपने ब्लॉग में लिखा है, 'हमने तय संख्या को जून 2018 में ही पार कर लिया। सेनगुप्ता ने भारत का उदाहरण दिया, जहां मोबाइल डेटा पूरी दुनिया में सबसे सस्ता है। उन्होंने कहा, 'इसीलिए हमने 2020 तक धीरे-धीरे स्टेशन प्रोग्राम को बंद करने का फैसला किया है।'

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