अखिलेश बिना ब्रेक वाली गाड़ी के ड्राइवर: पुनिया

पूर्व सांसद तथा राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पीएल पुनिया ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बिना ब्रेक व एक्सीलेटर वाली गाड़ी का ड्राइवर बताया है। पुनिया कानपुर में कल प्रदेश की खराब हो चुकी कानून-व्यवस्था के मामले में अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त

By Edited By: Publish:Thu, 19 Jun 2014 10:41 AM (IST) Updated:Thu, 19 Jun 2014 10:48 AM (IST)
अखिलेश बिना ब्रेक वाली गाड़ी के ड्राइवर: पुनिया

लखनऊ। पूर्व सांसद तथा राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पीएल पुनिया ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बिना ब्रेक व एक्सीलेटर वाली गाड़ी का ड्राइवर बताया है। पुनिया कानपुर में कल प्रदेश की खराब हो चुकी कानून-व्यवस्था के मामले में अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त हो चुकी है। दलितों पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही हैं और राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते प्रशासनिक अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के प्रतीकात्मक मुख्यमंत्री हैं, सरकार तो कई लोग चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने पर जब अखिलेश ने पूरी सपा की इच्छा के विपरीत डीपी यादव को पार्टी में शामिल होने से रोका तो लोगों की अपेक्षा हुई कि उनका कार्यकाल दूसरे की अपेक्षा बेहतर होगा किंतु उन्होंने लोगों को निराश किया। सपा की सरकार आते ही गुंडागर्दी हावी हो जाती है।

दलितों पर उत्पीड़न के ज्यादातर मामलों में तो पुलिस मुकदमे तक दर्ज नहीं करती है। दलित महिलाओं के यौन उत्पीड़न के मामले में मध्यप्रदेश सबसे आगे है। उन्होंने झांसी की घटना का उल्लेख करते हुए कहा चार दिन पहले झांसी के चिरगांव अंतर्गत अतपेई गांव में दो सगे भाइयों को ट्रैक्टर पर काम करने से इन्कार करने पर मिंट्टी का तेल डाल कर फूंक दिया जिसमें एक भाई पवन की मौत हो गई जबकि दूसरा भर्ती है। इस मामले में पुलिस भी हाथ पर हाथ धरे बैठी थी और जब वह पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे तो दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

उन्होंने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में अध्यक्ष के पद को संवैधानिक बताते हुए कहा कि उनकी नियुक्ति राष्ट्रपति के निर्देश पर हुई है इसलिए वह किसी के भी कहने पर पद से इस्तीफा नहीं देंगे।

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