छत्तीसगढ़ में ग्रामीणों की हत्या का नक्सलियों को करारा जवाब देने की तैयारी
फोर्स ने बीते तीन वर्षों में नक्सलियों को काफी पीछे धकेल दिया है। ग्रामीण भी अब उनका साथ नहीं दे रहे हैं। आदिवासी सरकार के साथ खड़े नजर आ रहे हैं।
जगदलपुर, अनिल मिश्रा। छत्तीसगढ़ के बस्तर में बरसात में फोर्स का मूवमेंट कम होते ही नक्सली फिर से अपना दबदबा कायम करने की फिराक में हैं। बीते एक सप्ताह में उन्होंने कई लोगों की हत्याएं कर दी हैं। इनमें कुछ ग्रामीणों व पुलिस वाले भी शामिल हैं। इसे देखते हुए फोर्स ने भी उन्हें सबक सिखाने की तैयारी कर ली है।
डीजीपी डीएम अवस्थी ने बस्तर के पुलिस अधिकारियों की खिंचाई करते हुए कहा है कि नक्सलियों के खिलाफ नए सिरे से रणनीति बनाई जाए। उधर, दो दिन में दंतेवाड़ा व बीजापुर जिलों में चार ग्रामीणों की हत्या के बाद एडीजी (नक्सल ऑपरेशन) अशोक जुनेजा शनिवार को बीजापुर पहुंचे। वह पदभार ग्रहण करने के छह महीने बाद पहली बार बीजापुर पहुंचे हैं। इससे बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज होने की संभावना जताई जा रही है।
गौरतलब है कि फोर्स ने बीते तीन वर्षों में नक्सलियों को काफी पीछे धकेल दिया है। ग्रामीण भी अब उनका साथ नहीं दे रहे हैं। आदिवासी सड़क, बिजली, स्कूल, अस्पताल की मांग करने लगे हैं और सरकार के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। यह नक्सलियों के लिए खतरे की घंटी है। ऐसे में अब वे लोगों को मारकर एक बार फिर पैठ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। अलबत्ता, फोर्स ने भी उनकी इस रणनीति को भांप लिया है।
यही वजह है कि अब नक्सलियों के खिलाफ तेज और आक्रामक अभियान चलाने की तैयारी की जा रही है। स्थानीय स्तर पर बस्तर आइजी सुंदरराज पी लगातार अंदरूनी इलाकों में गश्त कर जवानों की हौसलाअफजाई कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के डीजीपी डीएम अवस्थी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया, 'मैंने सभी एसपी से बात की है और कानून व्यवस्था दुरुस्त करने की हिदायत दी है। एडीजी नक्सल खुद बीजापुर गए थे। नए सिरे से रणनीति बनाकर नक्सलियों को खदेड़ा जाएगा।'