'महाराष्ट्र सदन की घटना को राजनीतिक रंग देने की कोशिश में जुटे हैं विरोधी'
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने स्पष्ट करते हुए गुरुवार को कहा है कि किसी कर्मचारी को रोजे के दौरान जबरन रोटी खिलाने का उनके पार्टी सांसदों का कोई इरादा नहीं था। उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टियां मामले को तूल देकर राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही हैं। उद्धव ठाकरे ने चेतावनी देते हुए कहा कि विर
मुंबई। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने स्पष्ट करते हुए गुरुवार को कहा कि किसी कर्मचारी को रोजे के दौरान जबरन रोटी खिलाने का उनके पार्टी सांसदों का कोई इरादा नहीं था। उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टियां मामले को तूल देकर राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही हैं। उद्धव ठाकरे ने चेतावनी देते हुए कहा कि विरोधियों को याद रखना चाहिए कि उनका मुकाबला शिवसेना से है। साथ ही उन्होंने दिल्ली के महाराष्ट्र सदन और इसके कमिश्नर बिपिन मलिक की जांच कराने की मांग की है।
नासिक दौरे के समय पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने कागजात पेश करते हुए दिल्ली के महाराष्ट्र सदन के निर्माण के दौरान हुई धांधली का पर्दाफाश किया है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इसके निर्माण के समय से लेकर आजतक दिए गए सभी ठेकों की जांच होनी चाहिए, ताकि सच बाहर आएगा।
इससे पहले औरंगाबाद में बुधवार को ठाकरे ने कहा था कि शिवसेना इतनी गिरी हुई हरकत नहीं कर सकती। जो करना होता है हम सीधे-सीधे और खुले तौर पर करते हैं। हम हिंदू हैं, हिंदुत्ववादी हैं, लेकिन अन्य धमरें से हम द्वेष नहीं करते।
पढ़ें : रोजेदार के अपमान पर उबली संसद, बैकफुट पर शिवसेना
पढ़ें : रोजेदार के मुंह में रोटी ठूंसने की कोशिश पर किसने क्या कहा.