पारादीप रिफाइनरी ओडिशा के युवाओं के लिए विकास दीप : पीएम मोदी

पीएम मोदी ने पारादीप रिफाइनरी को देश को समर्पित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा रिफाइनरी ओडिशा के युवकों के लिए विकास दीप की तरह काम करेगी। उन्होंने कहा कि इसकी मदद से गैस सिलेंडर को राज्य के गरीबों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Sun, 07 Feb 2016 12:31 AM (IST) Updated:Sun, 07 Feb 2016 04:02 PM (IST)
पारादीप रिफाइनरी ओडिशा के युवाओं के लिए विकास दीप : पीएम मोदी

भुवनेश्वर। पीएम मोदी ने पारादीप रिफाइनरी को देश को समर्पित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि ओडिशा के युवकों के लिए रिफाइनरी विकास दीप की तरह काम करेगी। इसकी मदद से गैस सिलेंडर को राज्य के गरीबों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। पीएम ने कहा कि इस मौके पर लोगों की मौजूदगी इस बात की गवाही दे रही है कि आप लोगों के लिए विकास कितना महत्वपूर्ण है। हमें भविष्य को ध्यान में रखकर उन कदमों को उठाने की जरूरत है जिसमें देरी की गुंजाइश न हो। मुद्रा योजना देश के युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद दे रही है। युवा अब नौकरी खोजने की जगह नौकरी के निर्माण में जुट गये हैं।

पारादीप रिफाइनरी देश को समर्पित

पीएम मोदी ने कहा कि रिकॉर्ड समय में पारादीप रिफाइनरी का निर्माण मेक इन इंडिया की तरफ बढ़ता हुआ एक कदम है। 34 हजार 555 करोड़ रूपये की लागत से इस रिफाइनरी तैयार किया गया है। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से करीब 100 किलोमीटर दूर पारादीप में इंडियन ऑयल की रिफाइनरी करीब 15 वर्ष में बनकर तैयार हुई है। तीन दिनों के भीतर ये पूर्वी भारत में तेल क्षेत्र की दूसरी बड़ी परियोजना है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के नाम समर्पित किया।

इंडियन ऑयल की सालाना रिफाइनरी क्षमता 1.5 करोड टन बढ़ जाएगी। यहां अभी BS-IV क्वालिटी का पेट्रोल और डीजल तैयार होगा। बाद में BS-VI क्वालिटी वाले पेट्रोल और डीजल तैयार करने की योजना है।

NISER का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जटानी में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड एजूकेशन रिसर्च का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हर समाज और पीढ़ी की जरूरत आविष्कार है। एक इमारत सिर्फ ईंट और सीमेंट की नहीं बनी होती है बल्कि वो अपने संपूर्णता का एहसास कराती है। पीएम ने कहा कि इमारतों से परिणाम नहीं आते हैं। जब इमारतों में आत्माएं जुड़ती हैं तो परिणाम आते हैं। स्कूली छात्रों में वैज्ञानिक भाव पैदा करने की जरूरत है। उम्मीद है कि ये संस्थान अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी समझेगा।

भारत ने स्पेस में की तरक्की

भारत ने स्पेस के क्षेत्र में सराहनीय प्रगति की है। जिसे दुनिया स्वीकार करती है। उन्होंने भारतीय वैज्ञानिकों की तारीफ करते हुए कहा कि हमारे देश के वैज्ञानिक शोध और खोज में बेहतरीन काम कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी ख्वाहिश है कि ये संस्थान ग्रीन कैंपस के तौर पर देश के दूसरे संस्थानों के लिए नजीर बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती सोलर पावर को स्टोर करने की है जिसके लिए वैज्ञानिकों को नए रास्ते तलाने होंगे। उन्होंने कहा कि ये हो सकता है सभी वैज्ञानिकों को नोबल पुरस्कार न मिले उस हालात में अगर कोई वैज्ञानिक जनकल्याण से जुडे़ आविष्कार करता है तो लो एक बड़ी उपलब्धि है।

डॉ मंजू लाल भार्गव का जिक्र

डॉ मंजू लाल भार्गव का जिक्र करते हुये कहा कि उन्होंने अपनी पूरी शिक्षा आध्यात्मिक किताबों के जरिए पायी और बड़े गणितज्ञ बने। उनके पिता संस्कृत के विद्वान थे। हमें अपने देश की प्राचीन शिक्षा पद्धति और आधुनिक ज्ञान विज्ञान को एक साथ जोड़ने की जरूरत है।

जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट पर जोर

हमें विज्ञान और प्रोद्योगिकी को लोगों के फायदे के लिए जीरो इफेक्ट और जीरो डिफेक्ट के साथ बनाना चाहिए। जीरो इफेक्ट को समझाते हुए पीएम ने कहा कि इसका मतलब ये है कि लोगों और वातावरण पर दुष्प्रभाव नहीं होना चाहिए। ओडिशा का जिक्र करते हुए कहा कि कोयले के संसाधन के तौर पर ये संपन्न है। कोल रिजर्व का इस तरह से इस्तेमाल होना चाहिए कि आने वाली पीढ़ियां इसका फायदा उठा सकें। बिजली संरक्षण पर पीएम ने कहा कि अगर 100 स्मार्ट शहर एलईडी बल्ब का इस्तेमाल करें तो करीब बीस हजार मेगावाट बिजली की बचत की जा सकती है।

पुरी में पीएम मोदी

भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने के लिए पुरी पहुंचे। जहां उन्होंने भारत की तरक्की की कामना की।

हैलीपैड पर पीएम का स्वागत करने के लिए लोग हजारों की संख्या में इकठ्ठा थे। पीएम मोदी ने भी लोगों को निराश नहीं किया। हाथ हिलाकर उन्होंने लोगों का आभार जताया।

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