पटना ब्लास्ट: आइबी ने खोली नीतीश की पोल

बिहार की राजधानी पटना में नरेंद्र मोदी की हुंकार रैली के दौरान हुए सिलसिलेबार बम धमाकों पर खुफिया ब्यूरो (आइबी) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दावों की पोल खोल दी है। नीतीश कुमार के पूर्व सूचना न मिलने के दावे को सिरे से खारिज करते हुए खुफिया ब्यूरो ने मोदी की हुंकार रैली पर हमले के अलर्ट वाला पत्र भी जारी कर दिया है। यह अलर्ट 23 अक्टूबर को जारी किया गया था। भाजपा नेता अरुण जेटली ने भी नीतीश कुमार पर हमले के लिए इस अलर्ट का सहारा लिया।

By Edited By: Publish:Mon, 28 Oct 2013 09:58 PM (IST) Updated:Tue, 29 Oct 2013 05:13 AM (IST)
पटना ब्लास्ट: आइबी ने खोली नीतीश की पोल

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बिहार की राजधानी पटना में नरेंद्र मोदी की हुंकार रैली के दौरान हुए सिलसिलेबार बम धमाकों पर खुफिया ब्यूरो (आइबी) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दावों की पोल खोल दी है। नीतीश कुमार के पूर्व सूचना न मिलने के दावे को सिरे से खारिज करते हुए खुफिया ब्यूरो ने मोदी की हुंकार रैली पर हमले के अलर्ट वाला पत्र भी जारी कर दिया है। यह अलर्ट 23 अक्टूबर को जारी किया गया था। भाजपा नेता अरुण जेटली ने भी नीतीश कुमार पर हमले के लिए इस अलर्ट का सहारा लिया।

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इसके बाद राजगीर में जदयू के राज्यस्तरीय चिंतन शिविर में नीतीश कुमार ने अधिकारियों को अरुण जेटली के आरोपों को गंभीरता से लेने को कहा है। नीतीश ने कहा, 'जेटली एक जिम्मेदार शख्स हैं। मैंने अधिकारियों को उनके आरोपों की जांच करने को कहा है।' मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने रविवार को धमाकों के बाद राज्य के अधिकारियों से मिली सूचना के आधार पर बयान दिया था।

गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, पटना के श्रृंखलाबद्ध विस्फोट में इंडियन मुजाहिदीन के भटकल ग्रुप का हाथ होने के पुष्ट संकेत मिले हैं। खुफिया ब्यूरो की ओर से 23 अक्टूबर को मोदी की रैली के लिए खासतौर पर अलर्ट जारी किया था, जिसमें इसी आतंकी संगठन का हाथ होने की आशंका जताई गई थी। सूत्रों का कहना है कि बिहार और झारखंड में इंडियन मुजाहिदीन की सक्रियता के बारे में राज्य पुलिस प्रशासन को लगातार सचेत किया जाता रहा है। ऐसे में पटना में मोदी की रैली से पहले हुए धमाकों ने आतंकवाद से लड़ने की बिहार शासन-प्रशासन की क्षमता और सोच पर भी तमाम सवाल उठा दिए हैं।

इस बीच, पूरे मामले की जांच कर रही एनआइए ने बिहार पुलिस के कामकाज पर नाराजगी जताई है। खासतौर पर बरामद जिंदा बमों को निष्क्रिय करने के तरीके पर उसने एतराज जताया है। क्योंकि इससे कई तरह के अहम सुबूत नष्ट हो गए। 7 जुलाई को बोधगया में भी इसी तरह के विस्फोट किए गए थे, जिसमें अब तक कोई अहम सुराग नहीं मिल पाया है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक बिहार और झारखंड में लंबे समय से सक्रिय इंडियन मुजाहिदीन जांच एजेंसियों के रडार पर है। लेकिन राज्य पुलिस प्रशासन के नकारापन के चलते चार महीने के भीतर लगातार दूसरी बड़ी वारदात मोदी की रैली के दौरान करने में आतंकी कामयाब रहे। इससे बिहार में इस आतंकी संगठन की जड़ों के मजबूत होने के संकेत हैं। लेकिन बिहार पुलिस के निराशाजनक रवैये से आतंकियों का मनोबल बढ़ा है।

हालांकि, पटना विस्फोट में शामिल दो आतंकियों की पहचान हो गई है। एक आतंकी को लोगों ने पकड़ लिया तो दूसरा विस्फोट में मारा गया। इनके मार्फत जांच एजेंसियां आतंकी संगठन को खंगाल सकती है। लेकिन इंडियन मुजाहिदीन के एक जैसे माड्यूल नहीं होने से आतंकी संगठन का पर्दाफाश करना आसान नहीं होगा। गृह मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि राज्य पुलिस प्रशासन की तरफ से ऐसे मामलों में अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पाता है।

सुरक्षा बंदोबस्त में चूक पर बरसे आरके सिंह

नरेंद्र मोदी की रैली पर आतंकी हमले को बिहार सरकार के सलाहकार व पूर्व केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह ने सुरक्षा की बड़ी चूक करार दिया है। उनके अनुसार मोदी की रैली की सुरक्षा इंतजामों में आधारभूत इंतजामों का भी ध्यान नहीं रखा गया। खुफिया ब्यूरो के इनपुट के बाद भी सुरक्षा का पर्याप्त बंदोबस्त न कर पाना समझ से परे हैं। आरके सिंह के अनुसार एनएसजी सुरक्षा प्राप्त नरेंद्र मोदी की रैली पर आतंकी खतरे के लिए किसी खुफिया अलर्ट की जरूरत नहीं थी। यह पुलिस की सामान्य सुरक्षा का हिस्सा है। पुलिस को रैली के लिए स्वत: ही सारे सुरक्षा के इंतजाम करने चाहिए थे। लेकिन इस मामले में खुफिया ब्यूरो की चेतावनी के बावजूद सुरक्षा के इंतजाम न किया जाना बिहार पुलिस की बहुत बड़ी नाकामी है।

'कथित तौर पर हिंदू नेता होने के कारण नरेंद्र मोदी को लेकर कुछ कट्टरपंथी मुस्लिम संगठनों में नाराजगी है। ऐसे में उन्हें निशाना बनाया जा सकता है।'

-आइबी के संयुक्त निदेशक विवेक श्रीवास्तव का 23 अक्टूबर को बिहार को भेजा गया पत्र

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'मोदी की रैली के दौरान हुए विस्फोटों से पहले दी गई खुफिया जानकारी सामान्य व रूटीन स्तर पर थी। हमें रैली के बाबत विशेष सूचना नहीं दी गई थी।'

-अभयानंद, पुलिस महानिदेशक, बिहार

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धमाकों के बाद मेरा बयान राज्य के अधिकारियों से मिली सूचना के आधार पर था।

-नीतीश कुमार

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