अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे चीन सीमा पर तैनात अर्धसैनिक बल

राजनाथ ने कहा कि 2019-2020 तक चीन से सटे राज्यों में अर्धसैनिक बलों के लिए सड़कें समेत अन्य आवश्यक ढांचाओं का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

By Manish NegiEdited By: Publish:Sat, 20 May 2017 10:16 PM (IST) Updated:Sat, 20 May 2017 10:16 PM (IST)
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे चीन सीमा पर तैनात अर्धसैनिक बल
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे चीन सीमा पर तैनात अर्धसैनिक बल

गंगटोक, जागरण संवाददाता। अच्छे रिश्ते कायम रखकर चीन से सटे पूरे सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास किया जाएगा। सीमाओं पर तैनात अर्धसैनिक बलों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। ये बातें केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहीं। वह चीन से सटे राज्यों उत्तराखंड, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्रियों तथा गृह मंत्रियों और अर्धसैनिक बल, सीमा सड़क संगठन व अन्य केंद्रीय एजेंसियों के प्रतिनिधियों के साथ चिंतन भवन में बैठक करने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे।

राजनाथ ने कहा कि 2019-2020 तक चीन से सटे राज्यों में अर्धसैनिक बलों के लिए सड़कें समेत अन्य आवश्यक ढांचाओं का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा, ताकि जवानों को परेशानी से नहीं जूझना पड़े। फिलहाल मंत्रालय ने 48 विभिन्न प्रस्तावों को मंजूरी दी है। इसमें स्थायी बीओपी (बोर्डर आउट पोस्ट) तथा आधुनिक सुविधाएं शामिल हैं।

गृह मंत्री ने सड़क निर्माण के लिए पर्यावरण अनापत्ति समेत अन्य आधिकारिक औपचारिकताओं को भी तेजी से पूरा करने की प्रतिबद्धता जाहिर की। उन्होंने बताया कि चीन से सटे राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास के लिए केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिए कुल 1100 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। सीमाओं पर आवश्यक ढांचाओं के साथ संबंधित राज्यों में भी लोगों के विकास पर मंत्रालय द्वारा विशेष मदद दी जाएगी। इसके पूर्व सुबह में राजनाथ ने नाथुला व शेरेथांग का भ्रमण किया। उन्होंने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) व सेना के जवानों से मुलाकात भी की।

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