यहां महिलाओं की सुरक्षा के लिए खंभों पर लगाए जा रहे हैं पैनिक बटन

चौक-चौराहे हो या फिर भीड़ वाली सड़क, सरेराह महिलाओं से दुर्व्यवहार की जानकारी तुरंत पुलिस के राहत दल को मिलेगी।

By Manish NegiEdited By: Publish:Tue, 21 Aug 2018 01:48 PM (IST) Updated:Tue, 21 Aug 2018 01:48 PM (IST)
यहां महिलाओं की सुरक्षा के लिए खंभों पर लगाए जा रहे हैं पैनिक बटन
यहां महिलाओं की सुरक्षा के लिए खंभों पर लगाए जा रहे हैं पैनिक बटन

रायपुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ में महिलाओं की सुरक्षा के लिए तमाम तरीके अपनाने जा रही हैं। राज्य में महिला संबंधी अपराधों की विवेचना में कसावट लाने के लिए SMS मॉड्यूल सिस्टम बनाकर ऑन लाइन इन्वेस्टिगेशन का मॉनिटरिंग सिस्टम बनाया गया है। उधर राजधानी रायपुर में जिलास्तर पर अपराध रोकने के लिए पैनिक बटन का सिस्टम तैयार किया गया है।

चौक-चौराहे हो या फिर भीड़ वाली सड़क, सरेराह महिलाओं से दुर्व्यवहार की जानकारी तुरंत पुलिस के राहत दल को मिलेगी। पुलिस तुरंत अभद्र बर्ताव करने वाले लोगों को पकड़ लेगी। स्मार्ट सिटी लिमिटेड के प्रयासों से 20 जगहों पर खंभों पर पेनिक बटन लगाए जा रहे हैं। जिन्हें दबाते ही तुरंत मदद भेजी जाएगी। रायपुर में प्रयोग सफल होने के बाद डायल 112 सेवा के तहत इसे राज्य के अन्य शहरों में भी लागू किया जाएगा।

ट्रेन के चेन पुलिंग सिस्टम जैसा

एक तरह से ट्रेनों की भांति इमरजेंसी में पीड़ितों को मदद पहुंचाने के लिए चेन पुलिंग सिस्टम से जरूरतमंदों को रिस्पांस मिल सकेगा। खंभे पर लगे बटन को दबाते ही आपातकाल की जानकारी कंट्रोल रूम तक पहुंच जाएगी और मौके पर बचाव दल हाजिर होगा। सेवा के दौरान मैदानी स्तर पर काम करने पुलिस कर्मी लोगों के साथ संवेदनशीनलता और शिष्टाचार का व्यवहार करते हुए उनकी समस्या का समाधान करेंगे। इसके लिए उन्हें विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। पुलिस ने विशेष किशोर पुलिस इकाई तक गठन भी किया है।

जीपीएस सिस्टम से लैस होंगे वाहन, तुरंत मिलेगी सहायता

डायल 112 के सिस्टम में पुलिस बचाव दल की सारी वेन ग्लोबल पोजीशिनिंग सिस्टम (जीपीएस) सिस्टम से कनेक्ट होंगी। जीपीएस से घटनास्थल के आसपास होने वाली वेन की लोकेशन का पता चलेगा। जरूरतमंद को तुरंत मदद पहुंचाने के लिए कंट्रोल कमांड देगा।

अलग से पीसीआर वेन की तैनाती सुबह से तय कर दी गई है। किसी भी व्यक्ति तक त्वरित सहायता उपलब्ध कराने के मकसद से शुरू हो रही इस सेवा के अंतर्गत रायपुर जिले के लिए 52 चार पहिया और 10 दो पहिया वाहन प्राप्त हुए हैं। टीम इनके माध्यम से तुरंत सहायता मांगने वाले व्यक्ति तक पहुंचेगी। पोल में चैंबर होगा। पेनिक बटन दबते ही सीधे कंट्रोल रूम में सूचना आएगी, लोकेशन मिल जाएगी और फिर डायल 112 की टीम मौके पर पहुंचेगी।

यह प्रयोग भी कारगर

- स्पेशल टास्क फोर्स गठित। नोडल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एलयूसीएडब्ल्यू साथ सभी सीएसपी तथा थाने से थाना प्रभारी व एक विवेचक सदस्य हैं। प्रत्येक माह पोक्सो एक्ट के तहत पंजीबद्ध केस की समीक्षा करेंगे।

- सुबह आठ से रात 10 बजे तक महिला पीसीआर यूनिट। स्कूल कॉलेज ट्यूशन क्लास कोचिंग सेंटर माल गार्डन आदि के आस पास पेट्रोलिंग तय। छेड़छाड़, अभद्रता करने वालों पर कार्रवाई।

- महिला थाने में काउंसिलिंग की व्यवस्था बदली। दूर दराज से आए लोगों के आग्रह और देर होने से होने वाली परेशानी को देखते हुए काउंसिलिंग दोपहर दो से शाम पांच बजे तक तय किया गया।

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