जाधव पर आइसीजे में उल्टा पड़ सकता है पाकिस्तान का दांव

कुलभूषण जाधव का मामला फिलहाल अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आइसीजे) में है और संभवत: जनवरी, 2018 में ही इस पर फैसला सुनाया जाएगा।

By Manish NegiEdited By: Publish:Thu, 28 Dec 2017 09:37 PM (IST) Updated:Thu, 28 Dec 2017 09:37 PM (IST)
जाधव पर आइसीजे में उल्टा पड़ सकता है पाकिस्तान का दांव
जाधव पर आइसीजे में उल्टा पड़ सकता है पाकिस्तान का दांव

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। संसद में बयान देने के दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक तरफ तो कुलभूषण जाधव के परिवार के साथ हुए व्यवहार को लेकर पाकिस्तान को जम कर लताड़ लगाई तो दूसरी तरफ उन्होंने इस बात के भी साफ संकेत दे दिए कि जाधव को बचाने में भारत कोई कसर नहीं छोड़ने वाला।

जाधव का मामला फिलहाल अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आइसीजे) में है और संभवत: जनवरी, 2018 में ही इस पर फैसला सुनाया जाएगा। कई जानकार मानते हैं कि पाकिस्तान ने जाधव के परिवार को मिलाने का काम आइसीजे में चल रहे मामले में अपने पक्ष को मजबूत करने के लिए ही किया है लेकिन अब यह मामला उसे उल्टा भी पड़ सकता है।

स्वराज ने कहा, ''जाधव को पाकिस्तान में दी गई फांसी की सजा के खिलाफ भारत ने आइसीजे में गुहार लगाई थी। भारत अस्थायी तौर पर फांसी की सजा को रुकवाने में सफल रहा है। जाधव के जीवन पर मंडरा रहे खतरे को फिलहाल तो टाल दिया गया है और अब हम अधिक मजबूत तर्को के आधार पर उन्हें स्थाई राहत दिए जाने का प्रयास कर रहे हैं।''

विदेश मंत्रालय के अधिकारी इस बात को लेकर शक जता रहे हैं कि जिस तरह से जाधव ने अपनी मां से बातचीत में सामान्य हाल-चाल जानने के बजाये पाकिस्तान में अपने होने और वहां आतंकी गतिविधियों में शामिल होने की बात करने लगे थे वह पाकिस्तान की आइसीजे को लेकर की गई साजिश थी। चूंकि यह पूरी बातचीत रिकार्ड की गई है इसलिए पाकिस्तान इसे आइसीजे में पेश कर सकता है। लेकिन भारत ने अभी से जाधव के स्वास्थ्य समेत तमाम मुद्दों को सामने ला कर पाकिस्तान के स्तर पर इस तरह की तैयारियों का पहले ही पर्दाफाश कर दिया है।

भारत यह दावा ज्यादा पुरजोर तरीके से पेश कर सकता है कि पाकिस्तान के जेल में जाधव को किस स्थिति में रखा गया है। यही नहीं भारत की तरफ से बार बार मांग करने के बावजूद पाकिस्तान सरकार ने जाधव के लिए राजनयिक पहुंच अभी तक नहीं दी है। जाधव के खिलाफ दायर चार्जशीट की कापी तक भारत को उपलब्ध नहीं कराई गई है। इन तथ्यों को भारत ने आइसीजे में पहले भी पेश किया था जिस पर पाकिस्तान से जवाब तलब किया गया था। पाकिस्तान ने दिसंबर, 2017 मे ही इसका जवाब दिया है। हालांकि जाधव को लेकर भारत का पक्ष अभी भी मजबूत दिखता है।

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