भारत में पढ़ाई के लिए बे‍करार हैं 20 हजार से अधिक विदेशी छात्र

देश के 160 से ज्यादा टॉप रैकिंग वाले उच्च शिक्षण संस्थानों ने विदेश छात्रों को दिया है प्रवेश का प्रस्ताव। स्‍टडी इन इंडिया प्रोग्राम को मिल रहा है बेहतर रिस्‍पांस।

By Jagran News NetworkEdited By: Publish:Fri, 13 Jul 2018 08:41 PM (IST) Updated:Fri, 13 Jul 2018 09:48 PM (IST)
भारत में पढ़ाई के लिए बे‍करार हैं 20 हजार से अधिक विदेशी छात्र
भारत में पढ़ाई के लिए बे‍करार हैं 20 हजार से अधिक विदेशी छात्र

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। विदेशी छात्रों को भारत में अध्ययन के लिए लुभाने की सरकार की पहल आखिरकार रंग लाने लगी है। पहले ही साल 20 हजार से ज्यादा विदेशी छात्रों ने भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई के लिए संपर्क किया है। इनमें से करीब तीन हजार छात्रों ने तो तुरंत रजिस्ट्रेशन भी करा दिया है। विदेशी छात्रों की रुचि को देखते हुए भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों ने रजिस्ट्रेशन की अवधि को 20 जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया है।

स्टडी इन इंडिया प्रोग्राम के तहत अच्छी रैकिंग वाले देश के 160 से ज्यादा उच्च शिक्षण संस्थानों ने इन्हें अपने यहां प्रवेश के लिए बेहतर प्रस्ताव दिया है। योजना के तहत संस्थानों की करीब दस हजार सीटों पर प्रवेश लेने वाले विदेशी छात्रों की फीस को भी कम करने का प्रस्ताव दिया गया है। इसे लेकर एशियाई, आशियान, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका के 30 से ज्यादा देशों को फोकस किया गया। सरकार का मानना है कि वह विदेशी छात्रों को लुभाकर उच्च शिक्षा के क्षेत्र को कमाई का एक बड़ा जरिया बना सकती है। अमेरिका, आस्ट्रेलिया जैसे देशों में उच्च शिक्षा के जरिए बड़े पैमाने पर राशि जुटाई जाती है।

स्टडी इन इंडिया प्रोग्राम को देख रहे अधिकारियों के मुताबिक पहले राउंड में 96 संस्थानों को सबसे ज्यादा रिस्पांस मिला है। इनमें ज्यादातर आइआइटी और आइएमएम शामिल है। इस बीच छात्रों को ठहरने और पासपोर्ट जैसी सुविधाओं को लेकर और भी रियायत देने की तैयारी की जा रही है। गौरतलब है कि सरकार ने विदेशी छात्रों को लुभाने के लिए इस साल ही स्टडी इन इंडिया नाम से एक नया प्रोग्राम लांच किया है। इसका मकसद उच्च शिक्षा को कमाई का जरिया बनाना है।

chat bot
आपका साथी