पैर की छह ऊंगलियों की वजह से जीत को मिला उसका परिवार : मोदी

नेपाल यात्रा से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काफी भावनात्मक टिप्पणियां की हैं। ट्वीट कर के उन्होंने कहा है कि नेपाल की इस यात्रा से उनकी कुछ व्यक्तिगत भावनाएं जुड़ी हुई हैं। इसके साथ ही उन्होंने जीत बहादुर को लेकर भावुक बातें लिखी हैं। साथ ही उन्होंने यह भी ट्वीट किया है कि जीत के

By Edited By: Publish:Sat, 02 Aug 2014 06:53 PM (IST) Updated:Sun, 03 Aug 2014 07:31 AM (IST)
पैर की छह ऊंगलियों की वजह से जीत को मिला उसका परिवार : मोदी

नई दिल्ली। नेपाल यात्रा से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काफी भावनात्मक टिप्पणियां की हैं। ट्वीट कर के उन्होंने कहा है कि नेपाल की इस यात्रा से उनकी कुछ व्यक्तिगत भावनाएं जुड़ी हुई हैं। इसके साथ ही उन्होंने जीत बहादुर को लेकर भावुक बातें लिखी हैं। साथ ही उन्होंने यह भी ट्वीट किया है कि जीत के पैर की छह ऊंगलियों ने उनकी खोज में क्या भूमिका निभाई थी।

मोदी के अनुसार बहुत वर्ष पहले जीत बहादुर उन्हें असहाय अवस्था में मिला था। वह न हिंदी बोल पाता था और न ही समझ पाता था। कहां जाना है, क्या करना है, इस बारे में कोई जानकारी उसे नहीं थी। 'ऐसे में ईश्वर की प्रेरणा से मैंने उसके जीवन के बारे में चिंता शुारू की। धीरे-धीरे वह पढ़ने और खेलने में अच्छा प्रदर्शन करने लगा और गुजराती भी बोलने लगा।'

मोदी के अनुसार कुछ ही समय पहले वह उसके माता-पिता को खोजने में सफल रहे हैं। उन्होंने बताया कि खोजने का जरिया भी रोचक था। मोदी के अनुसार जीत के पैरों में छह ऊंगलियां हैं और इस जानकारी ने उसकी पहचान करने में काफी मदद की। इस खास पहचान की वजह से वे नेपाल में परिजनों तक पहुंच पाए।

प्रधानमंत्री के अनुसार वे इस बात से खुश हैं कि वे स्वयं जीत को उसके मां-बाप को सौंपेंगे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने भारत-नेपाल संबंधों को लेकर काफी आशा जताई है। सावन के अंतिम सोमवार के दिन पशुपति नाथ के दर्शन को भी उन्होंने अहम बताया।

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