अब महिला सैनिकों के हाथ में भी होगी देश की रक्षा, 2021 तक होंगी सेना में शामिल

कॉ‌र्प्स ऑफ मिलिट्री पुलिस के कर्नल कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल अश्विनी कुमार ने पिछले सप्ताह प्रशिक्षण प्रशिक्षक के पद के लिए लेफ्टिनेंट कर्नल नंदनी का साक्षात्कार लिया था।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Wed, 04 Sep 2019 07:27 PM (IST) Updated:Wed, 04 Sep 2019 07:27 PM (IST)
अब महिला सैनिकों के हाथ में भी होगी देश की रक्षा, 2021 तक होंगी सेना में शामिल
अब महिला सैनिकों के हाथ में भी होगी देश की रक्षा, 2021 तक होंगी सेना में शामिल

नई दिल्ली, आइएएनएस। 100 महिला सैनिकों के पहले बैच को मार्च 2021 तक सेना में शामिल किए जाने की संभावना है। सेना के सूत्रों ने बुधवार को कहा कि 100 महिलाओं वाले इस बैच का प्रशिक्षण इसी साल दिसंबर में शुरू होगा। महिला सैनिकों को भारतीय सेना के कॉ‌र्प्स ऑफ मिलिट्री पुलिस में कमीशन दिया जाएगा।

सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रशिक्षण अवधि पुरुष सैनिकों के समान ही 61 सप्ताह की होगी। इतनी महिला सैनिकों को प्रत्येक वर्ष प्रशिक्षित कर कमीशन दिया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि सैन्य पुलिस में महिला सैनिकों का कैडर 1700 की निश्चित संख्या में रखा जाएगा।

कॉ‌र्प्स ऑफ मिलिट्री पुलिस के कर्नल कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल अश्विनी कुमार ने पिछले सप्ताह प्रशिक्षण प्रशिक्षक के पद के लिए लेफ्टिनेंट कर्नल नंदनी का साक्षात्कार लिया था। कॉ‌र्प्स ऑफ मिलिट्री पुलिस में महिला सिपाही पुलिस छावनी और अन्य सेना प्रतिष्ठानों में ड्यूटी संभालेंगी। वे युद्धबंदियों को संभालने के अलावा विभिन्न राज्य सरकारों की सिविल पुलिस के साथ-साथ केंद्र में भी काम करेंगी। इसके अलावा वे अपराध के मामलों की भी जांच करेंगी।

फिलहाल सेना में महिलाएं केवल इंजीनियरिंग, मेडिकल, कानूनी, सिग्नल और शैक्षिक विंग में ही काम करती हैं। सेना में महिला सैनिकों को शामिल करने के पीछे का उद्देश्य विभिन्न सेवाओं में उनका प्रतिनिधित्व बढ़ाना है।

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