ग्यारह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अभी भी कोई नेत्र बैंक उपलब्ध नहीं, RTI ने दी सूचना

11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीप अरुणाचल प्रदेश दादरा और नागर हवेली दमन और दीव गोवा जम्मू-कश्मीर लक्षद्वीप मणिपुर मेघालय नगालैंड और सिक्किम में कोई नेत्र बैंक नहीं है। आरटीआइ ने यह जानकारी दी।

By AgencyEdited By: Publish:Tue, 04 Oct 2022 11:53 PM (IST) Updated:Tue, 04 Oct 2022 11:53 PM (IST)
ग्यारह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अभी भी कोई नेत्र बैंक उपलब्ध नहीं, RTI ने दी सूचना
ग्यारह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अभी कोई नेत्र बैंक नहीं है।

नई दिल्ली, प्रेट्र। ग्यारह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अभी कोई नेत्र बैंक नहीं है। मध्य प्रदेश के एक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा दाखिल सूचना का अधिकार (आरटीआइ) के तहत मिली जानकारी के अनुसार, देश में अभी कुल 320 नेत्र बैंक हैं।

नेत्र बैंक की चिकित्सा ने बताया

11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीप, अरुणाचल प्रदेश, दादरा और नागर हवेली, दमन और दीव, गोवा, जम्मू-कश्मीर, लक्षद्वीप, मणिपुर, मेघालय, नगालैंड और सिक्किम में कोई नेत्र बैंक नहीं है। डा. श्राफ्स चैरिटी आइ हास्पिटल में नेत्र बैंक की चिकित्सा निदेशक डा. मनीषा आचार्य ने कहा कि भारत में कुल 750 नेत्र बैंक हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही पूरी तरह काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि देशव्यापी नेत्र बैंकिंग नेटवर्क वक्त की जरूरत है। साजो सामान से लैस एक नेत्र बैंक में नेत्र संग्रह के लिए प्रशिक्षित पेशेवर होने चाहिए। यह एक समाधान हो सकता है, क्योंकि एक नेत्र बैंक स्थापित करने में बड़े निवेश और कई सरकारी नियामक संस्थाओं की मंजूरी की आवश्यकता होती है। आंकड़ों के अनुसार, त्रिपुरा, उत्तराखंड तथा मिजोरम जैसे राज्यों में महज एक नेत्र बैंक है। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 77 नेत्र बैंक हैं। इसके बाद उत्तर प्रदेश में 41, कर्नाटक में 32 और गुजरात में 25 नेत्र बैंक हैं।

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