नयनतारा सहगल ने लौटाया साहित्य अकादमी पुरस्कार

प्रसिद्ध लेखिका नयनतारा सहगल ने उन्हें दिया गया साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने की घोषणा की है। देश केपहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 88वर्षीय भांजी नयनतारा सहगल को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार वर्ष 1986 मेंउनके अंग्रेज़ी उपन्यास 'रिच लाइक अस' के लिए दिया गया था।

By Test1 Test1Edited By: Publish:Tue, 06 Oct 2015 06:53 PM (IST) Updated:Tue, 06 Oct 2015 08:02 PM (IST)
नयनतारा सहगल ने लौटाया साहित्य अकादमी पुरस्कार

दिल्ली। प्रसिद्ध लेखिका नयनतारा सहगल ने उन्हें दिया गया साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने की घोषणा की है। देश केपहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 88वर्षीय भांजी नयनतारा सहगल को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार वर्ष 1986 मेंउनके अंग्रेज़ी उपन्यास 'रिच लाइक अस' के लिए दिया गया था।

उन्होंने वर्ष 1975-77 के दौरान इंदिरा गांधी द्वारा इमरजेंसी लगाए जाने के खिलाफ भी कड़ा रुख अपनाया था।

नयनतारा सहगल ने ' अनमेकिंग ऑफ इंडिया ' शीर्षक से एक बयान जारी कर अपने निर्णय के बारे में बताया और इसमेंदादरी में गोमांस की अफवाह के बाद की गई मुस्लिम शख्स की हत्या के अलावा लेखक एमएम कलबुर्गी , समाजसेवी नरेंद्रदाभोलकर और गोविंद पनसारे की हत्याओं का जिक्र किया।

गोमांस की अफवाह के बाद की गई मुस्लिम शख्स की हत्या के अलावा लेखक एमएम कलबुर्गी , समाजसेवी नरेंद्रदाभोलकर और गोविंद पनसारे की हत्याओं का जिक्र किया।

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