साइबर ठगी के शिकार लोगों के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर, पैसा वापस दिलाने में होगा कारगर

साइबर ठगी के शिकार हुए लोग अब आसानी से अपनी मेहनत की कमाई वापस हासिल कर पाएंगे। गृह मंत्रालय ने इसके लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है। साइबर ठगी का शिकार कोई भी व्यक्ति हेल्पलाइन नंबर 155260 पर इसकी सूचना दे सकता है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 09:48 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 06:54 AM (IST)
साइबर ठगी के शिकार लोगों के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर, पैसा वापस दिलाने में होगा कारगर
साइबर ठगी के शिकार हुए लोग अब आसानी से अपनी मेहनत की कमाई वापस हासिल कर पाएंगे।

नई दिल्ली, जेएनएन। साइबर ठगी के शिकार हुए लोग अब आसानी से अपनी मेहनत की कमाई वापस हासिल कर पाएंगे। गृह मंत्रालय ने इसके लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है। साइबर ठगी का शिकार कोई भी व्यक्ति हेल्पलाइन नंबर 155260 पर इसकी सूचना दे सकता है। इसके बाद संबंधित एजेंसियां उस पैसे को ढूंढकर वापस कराने का काम करेंगी।

ऐसे रोकी जाएगी ठगी 

गृह मंत्रालय ने इस हेल्पलाइन की कार्यप्रणाली की जानकारी देते हुए कहा कि ठगी की शिकायत मिलने के तत्काल बाद शिकायत नंबर के साथ विस्तृत जानकारी उस बैंक या वालेट के पास भेज दी जाती है, जिस बैंक में ठगी का पैसा गया होता है। बैंक के सिस्टम में यह जानकारी फ्लैश करने लगती है। यदि पैसे संबंधित बैंक या वालेट के पास ही हैं, तो वह उसे तत्काल फ्रीज कर देगा। यदि पैसा किसी और बैंक या वालेट में चला गया हो तो वह उसे संबंधित बैंक या वालेट को भेज देगा।

सफल साबित हुआ हेल्‍पलाइन नंबर 

यह प्रक्रिया तब तक चलती रहेगी, जब तक उस पैसे की पहचान कर उसे फ्रीज नहीं कर दिया जाता। वहीं दूसरी ओर शिकायतकर्ता को एसएमएस से शिकायत दर्ज किए जाने की सूचना और इसका एक नंबर दिया जाएगा। साथ ही 24 घंटे के भीतर नेशनल साइबरक्राइम रिपोर्टिग पोर्टल पर ठगी की विस्तृत जानकारी देने का निर्देश दिया जाएगा। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि साइबर ठगी के शिकार लोगों को उनकी रकम वापस कराने में यह हेल्पलाइन नंबर काफी सफल साबित हुआ है।

1.85 करोड़ रुपये वापस दिलाए 

दरअसल मंत्रालय ने इसे राष्ट्रीय स्तर पर लांच करने के पहले एक अप्रैल को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ में साफ्ट लांच किया गया था। दो महीने के अंतराल में हेल्पलाइन की मदद से ठगी के 1.85 करोड़ रुपये वापस दिलाने में सफलता मिली है। इनमें दिल्ली में 58 लाख और राजस्थान में 52 लाख रुपये वापस कराए गए।

स्थानीय पुलिस करेगी संचालन 

खास बात यह है कि राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर होते हुए सभी राज्यों में स्थानीय पुलिस ही इसका संचालन करेगी। इससे संबंधित राज्यों में स्थानीय भाषाओं में लोग आसानी से ठगी की शिकायत कर सकेंगे। गृह मंत्रालय के अनुसार लगभग सभी राज्य इस हेल्पलाइन नंबर को चालू करने के लिए तैयार हो गए हैं और जल्द ही यह काम करना शुरू कर देगा। 

chat bot
आपका साथी