कानपुर के मुस्लिम भी बड़े उत्साह से मनाते हैं गणेश चतुर्थी

उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी कानपुर अपने धार्मिक महत्व के लिए भी जानी जाती है। विभिन्न धर्मो के लोग धार्मिक सौहार्द और भाईचारे के साथ यहां रहते हैं। वे उत्साह से एक-दूसरे के त्यौहार में भाग लेते हैं। एक ऐसा ही उदाहरण गणेश चतुर्थी [अनंत चतुर्दशी] के दौरान भी देखा जा सकता है। यहां के मुस्लिम अपन

By Edited By: Publish:Tue, 09 Sep 2014 12:16 PM (IST) Updated:Tue, 09 Sep 2014 12:17 PM (IST)
कानपुर के मुस्लिम भी बड़े उत्साह से मनाते हैं गणेश चतुर्थी

कानपुर। उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी कानपुर अपने धार्मिक महत्व के लिए भी जानी जाती है। विभिन्न धर्मो के लोग धार्मिक सौहार्द और भाईचारे के साथ यहां रहते हैं। वे उत्साह से एक-दूसरे के त्यौहार में भाग लेते हैं।

एक ऐसा ही उदाहरण गणेश चतुर्थी [अनंत चतुर्दशी] के दौरान भी देखा जा सकता है। यहां के मुस्लिम अपने हिंदू भाइयों के साथ मिलकर अनंत चतुर्दशी के इस त्यौहार को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं।

आमतौर पर अगस्त-सितंबर माह में पड़ने वाले गणेश चतुर्थी का पर्व पूरे देश में बड़े भक्ति भाव से मनाया जाता है। इस मौके पर श्रद्धालु भक्तिभाव से भगवान गणेश की प्रतिमाओं को स्थापित करते हैं और उन्हें भव्य रूप से सजाते हैं। श्रद्धालु श्रद्धा भाव से भगवान गणेश का अनुष्ठान करते हैं और उनका भजन सिमरन करते हैं।

कानपुर के मुस्लिम भी इस मौके पर भगवान गणेश की प्रतिमाओं की स्थापना करते हैं और हिंदुओं की तरह ही भक्तिभाव से श्रीगणेश जी का अनुष्ठान करते हैं।

पढ़े: निकले 'लालबाग के राजा' तो बजा बैंड बाजा

यहां अनंत चौदस पर चोरी होती हैं गणेश प्रतिमाएं

chat bot
आपका साथी