अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन पर अगले महीने शुरू होगा काम

बुलेट ट्रेन में राजधानी के मुकाबले सवा से डेढ़ गुना तक किराया देना पड़ सकता है। इसमें दो श्रेणियां होंगी।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Publish:Wed, 02 Aug 2017 07:53 PM (IST) Updated:Wed, 02 Aug 2017 07:53 PM (IST)
अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन पर अगले महीने शुरू होगा काम
अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन पर अगले महीने शुरू होगा काम

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलने वाली देश की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना का निर्माण कार्य अगले महीने शुरू हो जाएगा। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका भूमि पूजन करेंगे। इसी के साथ इस बहुप्रतीक्षित हाईस्पीड ट्रेन परियोजना को 2023 में पूरा करने की उलटी गिनती शुरू हो जाएगी।

रेल मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे सितंबर में भारत आ रहे हैं। इस दौरान 12-20 सितंबर के बीच वह अहमदाबाद में बुलेट ट्रेन के भूमि पूजन व शिलान्यास कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे। रेलमंत्री सुरेश प्रभु के अनुसार वैसे तो कुल 508 किलोमीटर लंबी इस परियोजना का 92 फीसद (468 किमी) हिस्सा एलीवेटेड होगा। परंतु मुंबई के भीतर का 2 फीसद भाग (13 किमी) जमीन पर तथा 6 प्रतिशत (27 किमी) समुद्र के नीचे सुरंग से होकर गुजरेगा। भूमि के अधिग्रहण का ज्यादातर कार्य पूरा कर लिया गया है। इसलिए परियोजना को शुरू करने में अब कोई अड़चन शेष नहीं रही है। प्रभु ने लोकसभा में सांसदों को भी आश्वस्त किया कि सुरक्षा पर पूरी नजर है।

नई कीमत के अनुसार अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर अब 1.10 लाख करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। जिसमें से 88 हजार करोड़ रुपये जापान से कर्ज के तौर पर मिलेंगे। यह कर्ज 0.1 फीसद के नगण्य ब्याज पर मिलेगा और भारत इसे पचास वर्षो में चुकाएगा। कर्ज चुकाने की शुरुआत 15 वर्षो के भीतर करनी होगी। शेष राशि रेलवे की ओर से लगाई जाएगी।

अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन मात्र दो घंटा सात मिनट में अपना सफर पूरा करेगी। इसके रास्ते में कुल 12 स्टेशन प्रस्तावित हैं। इनमें साबरमती, अहमदाबाद, आणंद, वडोदरा, भरूच, सूरत, बिलिमोरा, वापी, वोइसर, विरार, ठाणे तथा बांद्रा कुर्ला कांप्लेक्स के नाम शामिल हैं। बुलेट ट्रेन की आपरेटिंग स्पीड 320 किलोमीटर तथा अधिकतम स्पीड 350 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। बाकी समय स्टॉपेज में खर्च होगा।

जापानी रिपोर्ट के मुताबिक शुरू में बुलेट ट्रेन में दस कोच (कार इंजन) के साथ 750 लोगों के बैठने का इंतजाम होगा। आगे चलकर इस क्षमता को 16 कोच तथा 1200 यात्रियों तक बढ़ाया जा सकता है। रोजाना 35 फेरों के हिसाब से इसमें 36 हजार लोगों के सफर करने का अनुमान है। बाद में यह संख्या बढ़कर 1.86 लाख तक पहंुच सकती है।

बुलेट ट्रेन में राजधानी के मुकाबले सवा से डेढ़ गुना तक किराया देना पड़ सकता है। इसमें दो श्रेणियां होंगी। ईकोनामी क्लास का किराया राजधानी के फ‌र्स्ट एसी से लगभग डेढ़ गुना, जबकि एक्जीक्यूटिव क्लास का दो गुना होगा। इस हिसाब से इकोनामी क्लास के लिए लगभग 3000 रुपये तथा एक्जीक्यूटिव क्लास के लिए 4000 रुपये अदा करने पड़ सकते हैं।

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