नक्सलियों को वित्तीय मदद देने वालों पर कसेगा शिकंजा, ठेकेदारों से होगी पूछताछ
financial help to Naxalites नक्सलियों के शहरी नेटवर्क को जमाने में वित्तीय मदद पहुंचाने वालों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र के गोंदिया से गिरफ्तार शराब ठेकेदार से इसी सिलसिले में कड़ी पूछताछ जारी है।
राज्य ब्यूरो। नक्सलियों के शहरी नेटवर्क को जमाने में वित्तीय मदद पहुंचाने वालों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र के गोंदिया से गिरफ्तार शराब ठेकेदार से इसी सिलसिले में कड़ी पूछताछ जारी है। पुलिस अब महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ से लगे जिलों के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में काम कर रहे ठेकेदारों से भी पूछताछ करेगी।
नक्सल प्रभावित इलाके में काम कर रहे ठेकेदारों से होगी पूछताछ
नक्सलियों को हथियार मुहैया कराने वालों पर ही नहीं, उनके लिए फाइनेंस करने वाले ठेकेदारों पर भी पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। पुलिस गिरफ्त में आए आरोपित घनश्याम आचले से पूछताछ के बाद पुलिस ने गोंदिया (महाराष्ट्र) निवासी शराब ठेकेदार देवराज गुन्नेवार को गिरफ्तार किया था। उससे चल रही पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं। उसने जून में हथियार के लिए नक्सलियों को दस लाख रपये की मदद पहुंचाई थी।
ठेकेदार की भूमिका
- नक्सलियों को उनकी जरूरतें पूरी करने के लिए शराब ठेकेदार वित्तीय मदद पहुंचाता था।
- जून माह में दो बार नक्सलियों के इशारे पर दिए पांच-पांच लाख पये।
- वर्ष 2014-15 नक्सलियों के संपर्क में आया था देवराज।
- तब से लगातार नक्सलियों तक पहुंचाता रहा वित्तीय मदद।
- घनश्याम आचले नक्सलियों और ठेकेदारों के बीच की कड़ी था।
हर जिले में ठेकेदारों की होगी जांच
पुलिस की जांच अब नक्सलियों के वित्तीय नेटवर्क को उजागर करने पर केंद्रित हो गई है। इसलिए उन सभी जिलों के ठेकेदारों से पूछताछ की जाएगी, जहां नक्सली सक्रिय हैं। जिस तरह से शराब ठेकेदार देवराज का लिंक सामने आया है, उसी तरह से हर जिले में इस तरह के वित्तीय मदद पहुंचाने वाले भी पुलिस कार्रवाई के दायरे में आएंगे।
नक्सलियों को वित्तीय मदद पहुंचाने वाले एक शराब ठेकेदार को भी गिरफ्तार किया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। इसमें सामने आ रहे तथ्यों पर कार्रवाई के लिए रणनीति बना रहे हैं।
- अभिषेक तिवारी, एसपी, बालाघाट