अगरतला में लगेगी मां दुर्गा की सबसे महंगी मूर्ति, कीमत है चार करोड़ रुपए

करीब 10.5 फीट ऊंची इस सोने की मूर्ति के साथ ही सोने से सजी लक्ष्मी, सरस्वती, गणेश और कार्तिक की मूर्तियों को भी रखा जाएगा।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Wed, 28 Sep 2016 04:08 AM (IST) Updated:Wed, 28 Sep 2016 05:29 AM (IST)
अगरतला में लगेगी मां दुर्गा की सबसे महंगी मूर्ति, कीमत है चार करोड़ रुपए

अगरतला। दुर्गा पूजा भारत में सबसे ज्यादा खुशी के त्योहारों में से एक है। पश्चिम बंगाल में लोग इस त्योहार को उल्लास के साथ मनाने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार रहते हैं। बंगालियों के लिए समारोह को मनाने की पसंदीदा गतिविधि पंडालों को सजाना है।

लेकिन लगता है इस मामले में त्रिपुरा के लोगों ने बंगालियों को पीछे छोड़ दिया है। राजधानी अगरतला के एक पंडाल में सबसे महंगी दुर्गा मूर्ति को स्थापित किया गया है। इसकी कीमत करीब चार करोड़ रुपए बताई जा रही है। इस मूर्ति को पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना से कलाकार इंद्रजीत पोद्दार ने तैयार किया है। देवी दुर्गा की इस मूर्ति में अमेरिकन डायमंड को जड़ा गया है और इसे शहर के चतरा बंधु क्लब में स्थापित किया जाएगा।

पढ़ेंः उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा में परमाणु संयंत्र लगाएगी सरकार

करीब 10.5 फीट ऊंची इस सोने की मूर्ति के साथ ही सोने से सजी लक्ष्मी, सरस्वती, गणेश और कार्तिक की मूर्तियों को भी रखा जाएगा। मूर्ति की भव्यता और उसकी कीमत को देखते हुए सुरक्षा भी एक प्रमुख चिंता का विषय है।

ऐसे में मूर्ति बनाने वाले कलाकार के घर के बाहर पुलिस अधिकारियों ने सख्त निगरानी की व्यवस्था की है। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों को भी लगाया गया है। पोद्दार ने इससे पहले साल 2014 में अगरतला के उज्जयंत महल के लिए मोती जड़ी मूर्ति बनाई थी।

दुर्गा पूजा से पूर्व अगरतला से कोलकाता के लिए सीधी ट्रेन
अगरतला, प्रेट्र। दुर्गा पूजा से पहले यात्रियों को अगरतला से कोलकाता के बीच सीधी ट्रेन की सुविधा मिलने लगेगी। पूर्वोत्तर सीमांत (एनएफ) रेलवे के मुख्य अभियंता हरपाल सिंह ने मंगलवार को यह जानकारी दी।उन्होंने बताया, 'दुर्गा पूजा से पहले किसी भी दिन अगरतला से कोलकाता के बीच सीधी ट्रेन शुरू हो जाएगी।' गत 31 जुलाई को रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने 'त्रिपुरा सुंदरी एक्सप्रेस' (अगरतला से नई दिल्ली) को हरी झंडी दिखाई थी। इसके साथ ही त्रिपुरा रेलवे के ब्राड गेज मानचित्र में शामिल हो गया था।

पढ़ेंः रेलवे को नहीं रास आ रहा एनआइडी और निफ्ट का साथ

chat bot
आपका साथी