JNU विवाद: हाफिज ने जारी किया वीडियो, 'मेरा हाथ नहीं, ट्विटर एकाउंट भी फर्जी'
जेएनयू में भारत विरोधी नारेबाजी के मामले में आज नया मोड़ आ गया है। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा चीफ हाफिज सईद ने एक वीडियो रिलीज कर कहा है कि जेएनयू विवाद के पीछे उसका हाथ नहीं है। हाफिज ने कहा कि उसने कोई ट्वीट नहीं किया है।
नई दिल्ली। जेएनयू में भारत विरोधी नारेबाजी के मामले में आज नया मोड़ आ गया है। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा चीफ हाफिज सईद ने एक वीडियो रिलीज कर कहा है कि जेएनयू विवाद के पीछे उसका हाथ नहीं है। हाफिज ने कहा कि उसने कोई ट्वीट नहीं किया है। जिस ट्विटर खाते से ट्वीट गया है वो फर्जी है।
हाफिज का यह वीडियो रविवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बयान के जवाब में है। राजनाथ सिंह ने कहा था कि नारे लगाने वाले छात्रों को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा चीफ हाफिज सईद का समर्थन है। अब तक की जांच में आए तथ्यों से साबित होता है कि अफजल गुरु की बरसी पर हुए कार्यक्रम के पीछे हाफिज का हाथ है। उन्होंने जेएनयू की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
राष्ट्रहित से खेलने की इजाजत नहीं
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी की पत्नी सुधा त्रिपाठी के निधन पर शोक जताने के लिए उनके इलाहाबाद के लोहिया नगर स्थित आवास पर अल्पकालिक प्रवास के दौरान पत्रकारों से बातचीत में गृहमंत्री ने कहा कि राष्ट्रहित से खेलने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी। हां, निर्दोष पर कार्रवाई न हो उसका भी ध्यान रखा जाएगा। इस सवाल पर कि वामपंथी दल व कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सरकार की कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं, राजनाथ ने किसी का नाम लिए बगैर इतना ही कहा कि राजनीति देशहित में होनी चाहिए। अगर कोई देशद्रोह करता है तो हर दल को उसके खिलाफ खड़ा होना चाहिए। गलत लोगों का साथ देकर राजनीति करना ठीक नहीं है, क्योंकि देश सबका है।
सीमाएं मजबूत करने का काम तेज
जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया के परिवार वालों द्वारा उसकी गिरफ्तारी के पीछे हिंदूवादी संगठनों का दबाव बताए जाने पर राजनाथ ने कहा, देश में अनेक विचारधारा रही हैं। कभी किसी को दबाया नहीं गया, न आज वैसा किया जा रहा है। अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर देश के खिलाफ बोलने व काम करने की छूट किसी को नहीं दी जाएगी। पाकिस्तान से बातचीत जारी रहेगी अथवा नहीं, इस प्रश्न को वह टाल गए। कहा, इसको सार्वजनिक करना उचित नहीं। गृहमंत्री ने दावा किया कि सीमाओं को मजबूत करने का काम तेजी से चल रहा है। सेना की तैनाती बढ़ाने के साथ कई कार्य किए जा रहे हैं। बिहार व उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था से जुड़े प्रश्न पर उन्होंने कहा कि यह जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। वह काम करें, केंद्र उनकी पूरी मदद करेगा।
आम आदमी सेना का प्रदर्शन
आम आदमी सेना के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में सीपीएम दफ्तर के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान छोड़ों के नारे भी लगाए। आम आदमी सेना ने कहा कि वामपंथी संगठन राष्ट्रहित के मुद्दे पर खिलवाड़ कर रहे हैं। किसी भी शख्स को देश की एकता और अखंडता के साथ खेलने की इजाजत नहीं दी जा सकती है।