मजदूरों को लेने पंजाब व तमिलनाडु से छत्तीसगढ़ पहुंचीं बसें खाली लौटीं, जानिए- क्‍या है वजह

दूसरे राज्य में श्रमिकों को ले जाने वाले ठेकेदार का श्रम विभाग में पंजीयन जरूरी है।

By Tilak RajEdited By: Publish:Mon, 31 Aug 2020 10:09 PM (IST) Updated:Mon, 31 Aug 2020 10:09 PM (IST)
मजदूरों को लेने पंजाब व तमिलनाडु से छत्तीसगढ़ पहुंचीं बसें खाली लौटीं, जानिए- क्‍या है वजह
मजदूरों को लेने पंजाब व तमिलनाडु से छत्तीसगढ़ पहुंचीं बसें खाली लौटीं, जानिए- क्‍या है वजह

जांजगीर-चांपा, जेएनएन। छत्तीसगढ़ से मजदूरों को दूसरे राज्यों में ले जाने वाले ठेकेदार फिर सक्रिय हो गए हैं। हालांकि, इस बार पुलिस प्रशासन व श्रम विभाग भी सक्रिय है, जिसकी वजह से वह मजदूरों को नहीं ले जा सके है। ग्रामीण भी बिना पंजीकृत ठेकेदार के साथ जाने को तैयार नहीं हैं। इसी वजह से जांजगीर-चांपा जिले के जैजैपुर और बम्हनीडीह क्षेत्र के गांवों से मजदूरों को पंजाब व तमिलनाडु ले जाने आईं बसों को खाली लौटना पड़ा।

जैजैपुर में शनिवार को पंजाब की एक बस (पीबी 29 एक्स 4997) व एक कार (पीबी 07 एडब्ल्यू 0008) मजदूरों को लेने पहुंची थी। इस दौरान पिकअप सहित अन्य वाहनों में जैजैपुर क्षेत्र के देवरघटा, परसाडीह, जर्वे सहित अन्य गांवों के लगभग 50 मजदूरों को भरकर बस के पास लाया गया। गांव वालों ने इसकी जानकारी डायल 112 पर पुलिस को दे दी। टीम मौके पर पहुंची और ठेकेदार का पंजीयन नहीं होने के कारण उन्हें श्रमिकों को ले जाने नहीं दिया।

उधर, रविवार शाम सात बजे एक बस (टीएन 52 एफ 3318) में सवार सेमरिया, सरवानी सहित अन्य गांवों के दो दर्जन श्रमिक तमिल नाडु जा रहे थे। जानकारी मिलने पर पुलिस ने वाहनों की जांच की। पुलिस ने श्रमिकों को उतारकर उन्हें समझाया और उन्हें वापस घर भेज दिया।

ठेकेदारों का पंजीयन नहीं

दूसरे राज्य में श्रमिकों को ले जाने वाले ठेकेदार का श्रम विभाग में पंजीयन जरूरी है। साथ ही मजदूरों को बाहर ले जाने की जानकारी और किस कंपनी में कब तक काम के लिए ले जा रहे हैं, इसकी जानकारी देनी होती है।

श्रम पदाधिकारी, जांजगीर-चांपा डॉ. केके सिंह ने बताया, सभी थाना प्रभारियों को पत्र लिखा गया है कि कोरोना काल में बिना जांच और अनुमति के मजदूरों को बाहर ले जाने नहीं देना है। गैर पंजीकृत श्रमिक ठेकेदारों द्वारा ऐसा किया जाता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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