बेहोशी की दवा सुंघाकर कार सवार युवकों ने छात्रा का किया अपहरण, आरोपितों को चकमा देकर बचाई जान

छात्रा ने होश में आने के बाद समझदारी दिखाते हुए कोई हरकत नहीं की। वह लेटी रही। छात्रा को यह भी नहीं पता था कि वह कहां है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Mon, 02 Mar 2020 10:19 PM (IST) Updated:Mon, 02 Mar 2020 10:19 PM (IST)
बेहोशी की दवा सुंघाकर कार सवार युवकों ने छात्रा का किया अपहरण, आरोपितों को चकमा देकर बचाई जान
बेहोशी की दवा सुंघाकर कार सवार युवकों ने छात्रा का किया अपहरण, आरोपितों को चकमा देकर बचाई जान

ग्वालियर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के एटा के एक व्यापारी की 17 वर्षीय बेटी को कार सवार युवकों ने पता पूछने के बहाने रोका और बेहोशी की दवा सुंघाकर अपहरण कर लिया। घटना रविवार रात 7.45 बजे एटा के विजय नगर इलाके में हुई। रात दो बजे ग्वालियर के पड़ाव रेलवे ओवरब्रिज पर छात्रा को होश आया तो उसने साहस और समझदारी से काम लिया और सीट पर लेटी रही। कुछ देर बाद जब बदमाशों ने कार रोकी और उतरे तभी छात्रा ने कार से उतरकर दौड़ लगा दी। बदमाश भी पीछे भागे, लेकिन छात्रा के शोर मचाने पर वह कार लेकर फरार हो गए। रात्रि गश्त कर रहे पड़ाव थाने के एसआइ बलवीर सिंह ने छात्रा को निगरानी में लिया। सोमवार सुबह स्वजन छात्रा को एटा ले गए।

एटा के कोतवाली थाना स्थित विजय नगर निवासी प्रेमचंद्र जैन सुपारी कारोबारी हैं। उनकी 17 वर्षीय बेटी रिया जैन कक्षा 12वीं की छात्रा है। रविवार रात 7.45 बजे वह घर से पास ही चाट मार्केट से मोमोज खरीदने निकली थी। वह घर से कुछ दूरी पर पहुंची थी तभी सुनसान रास्ते पर एक सफेद रंग की कार पास आकर रुकी। कार से उतरे एक युवक ने छात्रा से पता पूछा। छात्रा पता बताने लगी तभी उसने रूमाल निकालकर उसकी नाक पर रखकर कुछ सूंघाया। उसके बाद छात्रा बेहोश हो गई और उसे कुछ याद नहीं रहा। कुछ घंटों बाद जब उसको होश आया तो वह कार में थी। कार में चालक सहित चार युवक थे। दो आगे बैठे थे दो पीछे वाली सीट पर।

होश में आने पर दिखाई समझदारी

छात्रा ने होश में आने के बाद समझदारी दिखाते हुए कोई हरकत नहीं की। वह लेटी रही। छात्रा को यह भी नहीं पता था कि वह कहां है। कुछ देर बाद एक पुल पर सुनसान इलाके में अपहर्ताओं ने कार को खड़ा किया। उन्हें लगा कि छात्रा बेहोश है। इस पर पीछे बैठे दोनों युवक भी बाथरूम करने उतर गए। तभी छात्रा ने बहादुरी का परिचय दिया और गाड़ी से उतरकर दौड़ लगा दी।

गिरी, उठी फिर भागी, लेकिन नहीं हारी हिम्मत

कार से कूदने के बाद छात्रा जब पड़ाव ओवरब्रिज पर भाग रही थी तो अपहरणकर्ता उसका पीछा कर रहे थे। एक बार वह हड़बड़ाहट में गिरी भी, लेकिन उठकर फिर भागी। यहां भी भागते समय छात्रा ने शोर मचाते हुए समझदारी दिखाई।

राहगीर वकील ने की मदद

शोर होने पर वहां से गुजर रहे पुलिस लाइन निवासी वकील अमित भदौरिया ने छात्रा को देखा तो मदद करने रुक गए। यह देख पीछा कर रहे बदमाश वापस भाग गए। अमित ने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। रात्रि गश्त पर निकले पड़ाव थाने के सब इंस्पेक्टर बलवीर सिंह मावई मौके पर पहुंचे। छात्रा को निगरानी में लिया। उनको ने पूरी घटना बताई। फिर उसके स्वजनों को पुलिस ने सूचना दी।

साथ गया पुलिसकर्मी

घटना की सूचना मिलते ही सोमवार सुबह छात्रा के स्वजन ग्वालियर पहुंचे और उसे अपनी सुपुर्दगी में लिया। पड़ाव थाना पुलिस ने भी एक एएसआइ स्वजनों के साथ एटा भेजा, ताकि रास्ते में उन्हें कोई परेशानी न हो। छात्रा ने बताया है बदमाशों की उम्र 25 से 30 साल के करीब थी।

ग्वालियर के एसपी नवनीत भसीन ने बताया कि उत्तर प्रदेश के एटा से अपहृत नाबालिग पड़ाव पुल पर बदमाशों को चकमा देकर भागी थी। बाद में पुलिस ने उसकी मदद करते हुए आरोपितों को भी तलाशा, लेकिन वह हाथ नहीं आए। नाबालिग को परिजन के सुपुर्द कर दिया है।

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