स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने माना, तेजी से कम हो रही कोरोना की तीसरी लहर, लेकिन केरल और मिजोरम के हालात चिंता वाले

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार बताया कि देश के 11 राज्यों में 10 से 50 हजार के बीच कोविड के सक्रिय मामले हैं। संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने यह भी बताया कि चार अन्य राज्य केरल महाराष्ट्र तमिलनाडु और कर्नाटक में COVID-19 के 50000 से अधिक सक्रिय मामले हैं।

By Amit SinghEdited By: Publish:Thu, 10 Feb 2022 04:57 PM (IST) Updated:Fri, 11 Feb 2022 07:10 AM (IST)
स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने माना, तेजी से कम हो रही कोरोना की तीसरी लहर, लेकिन केरल और मिजोरम के हालात चिंता वाले
केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु में 50 हजार से अधिक कोविड के सक्रिय मामलें

नई दिल्ली, प्रेट्र: देश में कोविड-19 महामारी की स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है लेकिन केरल और मिजोरम सहित कुछ राज्यों में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। इन राज्यों में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमितों का मिलना जारी है। यह बात स्वास्थ्य मंत्रालय ने कही है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डा. वीके पाल ने कहा, देश के बड़े इलाके में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या का कम होना जारी है। लेकिन करीब 40 जिलों में संक्रमितों की साप्ताहिक संख्या बढ़ रही है। वहां पर ज्यादा सतर्कता बरते जाने की जरूरत है।

अभी खतरा टला नहीं, रहें सावधान

डा. पाल ने कहा, देश में महामारी नियंत्रण की स्थिति सकारात्मक है। बावजूद इसके खतरा टला नहीं है। राज्य और जिला स्तर पर सतर्कता और बचाव के प्रयास जारी रखने की जरूरत है। डा. पाल ने कहा, केरल में डेली पाजिटिविटी रेट 29.57 प्रतिशत है, तो मिजोरम में यह 26.5 प्रतिशत है। सिक्किम में 17 प्रतिशत, हिमाचल प्रदेश में 11.79 प्रतिशत है और अरुणाचल प्रदेश में 12 प्रतिशत है। पांच प्रदेशों के ये आंकड़े चिंता में डालने वाले हैं। वहां पर संक्रमण रोकने के विशेष प्रयासों की जरूरत है।

ढिलाई बरतने पर बढ़ सकती हैं मुश्किलें

डा. पाल ने बताया कि यह सही है कि संक्रमण के शीर्ष स्तर को हम पार कर चुके हैं, लेकिन सतर्कता अभी भी जरूरी है। अगर ढिलाई बरती गई तो मुश्किल बढ़ सकती है। इसलिए फेस मास्क का इस्तेमाल, बार-बार हाथ धोना, शारीरिक दूरी बनाए रखना और भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचना जरूरी है। इसी के साथ वैक्सीन की पूरी खुराक लेना भी आवश्यक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी आने वाले महीनों में इस तरह की सतर्कता जरूरी बताई है।

पाजिटिविटी रेट 4.44 फीसदी के करीब

प्रेस कान्फ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि 24 जनवरी को देश में औसत डेली पाजिटिविटी रेट सबसे ज्यादा 20.75 प्रतिशत था, जो घटकर अब 4.44 प्रतिशत रह गया है। इस लिहाज से कोरोना संक्रमित मरीज कम संख्या में मिल रहे हैं।

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