स्मार्टफोन को रख दो एक तरफ, कहीं आपको अंधा न बना दे ये आदत

स्मार्टफोन का अत्यधिक इस्तेमाल आपको अंधा भी बना सकता है। यह बात हम किसी रिसर्च या कही-सुनी बातों के आधार पर नहीं कह रहे, बल्कि ऐसा सच में हुआ है...

By Digpal SinghEdited By: Publish:Wed, 11 Oct 2017 04:53 PM (IST) Updated:Wed, 11 Oct 2017 05:46 PM (IST)
स्मार्टफोन को रख दो एक तरफ, कहीं आपको अंधा न बना दे ये आदत
स्मार्टफोन को रख दो एक तरफ, कहीं आपको अंधा न बना दे ये आदत

नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। मोबाइल फोन आपकी और हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा है। मोबाइल के बिना एक दिन भी रहने के बारे में सोच पाना भी ज्यादातर लोगों को डरावना सपना सा लगता है। खासकर जब से फोन स्मार्ट हुआ है, तब से इससे नजरें चुराना मुश्किल हो गया है। खासकर बच्चे तो स्मार्टफोन के इतने दीवाने हैं कि उन्हें यह मिल जाए तो वे खाना-पीना भी छोड़ देते हैं। बड़े भी स्मार्टफोन का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। खासकर खाली वक्त में गेम खेलकर मनोरंजन करना स्मार्टफोन का अहम फीचर हो गया है। लेकिन स्मार्टफोन का इस तरह जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल आपके लिए घातक हो सकता है। यह आपको अंधा भी बना सकता है।

जी हां स्मार्टफोन का अत्यधिक इस्तेमाल आपको अंधा भी बना सकता है। यह बात हम किसी रिसर्च या कही-सुनी बातों के आधार पर नहीं कह रहे, बल्कि ऐसा हुआ है। यह कब और कहां हुआ इस बारे में आगे बात करेंगे। पहले यह जानते हैं कि मोबाइल हमारी जिंदगी का कितना अहम हिस्सा हो गया है।

भारत की जनसंख्या करीब 1 अरब 30 करोड़ है और जून 2016 के अंत तक भारत में मोबाइल फोन उपभोक्ताओं की संख्या एक अरब 3 करोड़ को पार कर गई थी। पिछले साल देश में रिलायंस जियो ने मोबाइल की दुनिया में कदम रखा है। जियो के आने के बाद यह संख्या और भी तेजी से बढ़ी है।

कहां-कहां हो रहा मोबाइल का इस्तेमाल

मोबाइल क्रांति ने हमारे जीने के तरीके को ही बदलकर रख दिया है। जहां 70-80 के दशक में चिट्ठियों के सहारे अपनों की खबर पहुंचती थी, वहीं आज मोबाइल से चुटकी में बात हो जाती है। यही कारण है कि आज चिट्ठियों का चलन खत्म सा हो गया है। मोबाइल और खासकर स्मार्टफोन के जरिए आज घर बैठे हवाई जहाज-रेल-बस की टिकटें बुक हो जाती हैं। कहीं से भी खाना मंगवाने के लिए भी स्मार्टफोन में ऐप्स हैं। रास्ता भूल जाएं तो रूट मैप असिस्टेंस भी यह स्मार्टफोन देता है। सोशल मीडिया के जरिए तनहाई में दोस्तों के करीब भी यह स्मार्टफोन ले जाता है। दूर बैठे दोस्तों और परिजनों से वीडियो कॉल के जरिए आमने-सामने बात कर सकते हैं। यहां तक कि मोबाइल के जरिए डॉक्टर इलाज तक कर रहे हैं।

इतने फायदे हैं तो आप भी सोच रहे होंगे कि फिर हम स्मार्टफोन के कम इस्तेमाल की बात कर रहे हैं। क्यों कह रहे हैं कि यह आपकी सेहत के लिए खतरनाक है? आपने इन प्रश्नों का जवाब एक सत्य घटना में छिपे हैं। अगर आप भी मोबाइल पर गेम्स खेलने के आदी हैं तो सावधान! और अगर आप स्मार्टफोन पर गेम खेलते हुए घंटों बिता देते हैं तो फिर यह खबर खासतौर पर आपके ही लिए है।

स्मार्टफोन ने छीन ली आंख की रोशनी

पड़ोसी देश चीन से यह डराने वाली खबर है। चीन में 21 साल की एक लड़की की आंख की रोशनी स्मार्टफोन की वजह से चली गई। चीनी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर-पश्चिमी चीन के शांक्शी प्रोविंस की इस लड़की की एक आंख की रोशनी चली गई। दरअसल इससे पहले उसने 24 घंटे तक स्मार्टफोन पर गेम खेली थी।

हालांकि उस लड़की के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। लेकिन साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट में बताया गया है कि वह अपने स्मार्टफोन पर एक ऑनलाइन मल्टीप्लेयर गेम 'ऑनर ऑफ किंग्स' खेल रही थी। इसी दौरान उनकी आंख की रोशनी चली गई। लड़की की दाईं आख का स्थानीय अस्पताल में रेटिनल आर्टरी ओक्लूशन का इलाज किया गया। उसके माता-पिता पहले उसे आसपास के कई अस्पतालों में ले गए, लेकिन कहीं भी उसकी आंख की रोशनी जाने के कारणों का पता नहीं चल पाया। बाद में जिला अस्पताल में उसका ठीक से इलाज हुआ।

लड़की ने बताया असल में क्या हुआ था

लड़की ने खुद बताया कि पहले उसकी आंख की रोशनी धीरे-धीरे कम हुई और फिर पूरी तरह से चली गई। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों के अनुसार रेटिनल आर्टरी ओक्लूशन आम तौर पर बुढ़ापे की बीमारी है और यह कम उम्र के लोगों में बहुत कम ही देखने को मिलती है। उन्होंने आगे कहा कि संभवत: अत्यधिक तनाव के कारण इस लड़की की आंख की रोशनी चली गई होगी।

लड़की ने बताया कि उसे हर वक्त इस गेम की ही धुन लगी रहती थी और ऑफिस के बाद व साप्ताहिक छुट्टी में वह दिनभर यह गेम खेलती रहती थी। उसने बताया, 'जिन दिनों मेरे पास काम नहीं होता था, उन दिनों भी मैं सुबह 6 बजे उठ जाती और नाश्ता करने के बाद शाम 4 बजे तक गेम खेलती रहती थी। इसके बाद कुछ खाती थी, फिर कुछ देर आराम करने के बाद देर रात 1 बजे तक गेम खेलती रहती थी।' उसने बताया कि कई बार तो वह गेम में इतना खो जाती थी कि वह खाना खाना भी भूल जाती थी।

लड़की ने बताया कि वह कई बार दो लगातार सात-आठ घंटे तक यह गेम खेलती रहती थी। इस दौरान वह अपनी जगह से उठती भी नहीं थी। अब उसे इस बात का अफसोस हो रहा है कि वह अपने माता-पिता की बात नहीं सुनती थी, जबकि वे उसे गेम खेलने से बार-बार रोकने की कोशिश करते थे।

क्या है यह गेम

जिस गेम को खेलने की लत इस लड़की को लगी थी उसका नाम है 'ऑनर ऑफ किंग'। यह एक ऐतिहासिक लड़ाई वाली गेम है। इसे चीन में इंटरनेट की बड़ी कंपनी टेंसेंट ने बनाया है। चीन में इस गेम को खेलने वाले 200 मीलियन (20 करोड़) से ज्यादा लोग हैं। 

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