'Accidental PM' बनेंगे अनुपम खेर, निभाएंगे मनमोहन सिंह की भूमिका

संजय बारू की विवादास्पद किताब- ‘द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर: द मेकिंग एंड अनमेकिंग ऑफ मनमोहन सिंह’ पर फिल्मायी जा रही है।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Tue, 06 Jun 2017 01:31 PM (IST) Updated:Wed, 07 Jun 2017 08:06 AM (IST)
'Accidental PM' बनेंगे अनुपम खेर, निभाएंगे मनमोहन सिंह की भूमिका
'Accidental PM' बनेंगे अनुपम खेर, निभाएंगे मनमोहन सिंह की भूमिका

नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। अब तक आपने बॉलीवुड की कई फिल्मों में कलाकारों को राजनेताओं की भूमिका निभाते हुए देखा होगा। लोगों ने उन भूमिकाओं को ख़ास पसंद भी किया है। लेकिन, अब करीब सालभर बाद जो फिल्म बड़े पर्दे पर दस्तक देगी उसकी अभी से ही बड़ी चर्चा हो रही और इस चर्चा के होने की ख़ास वज़ह भी है।

संजय बारू की विवादास्पद किताब पर बन रही है फिल्म

दरअसल, ये फिल्म यूपीए सरकार के दौरान प्रधानमंत्री रहे डॉक्टर मनमोहन सिंह के ऊपर फिल्मायी जा रही है, जिसे उनके मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू की विवादास्पद किताब- ‘द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर: द मेकिंग एंड अनमेकिंग ऑफ मनमोहन सिंह’ पर फिल्मायी जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि यह फिल्म अगले साल यानि 2018 के आखिर तक सिनेमा घरों में दस्तक दे देगी। गौरतलब है कि 2019 में अगला लोकसभा का चुनाव भी होना है और पिछले 2014 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की शैली पर राजनीतिक विरोधियों ने जमकर निशाना साधा था।

पीएम मनमोहन सिंह की भूमिका में होंगे अनुपम खेर

इस फिल्म में अनुपम खेर यूपीए-1 के दौरान प्रधानमंत्री रहे मनोहन सिंह की भूमिका निभाई है। इस फिल्म को सुनील बोहरा प्रोड्यूस करेंगे। उनका कहना है कि यह रिचर्ड एननबोरोग की एकेडमी अवॉर्ड विजेता फिल्म गांधी से बड़ी राजनीतिक ड्रामा होगी। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता हंसल मेहता ने इसका स्क्रीनप्ले लिखा है। वहीं इसके जरिए विजय रत्नाकर गट्टे निर्देशक के तौर पर अपनी पारी की शुरुआत करेंगे।

चुनौतिपूर्ण है मनमोहन सिंह की भूमिका निभाना- अनुपम खेर

एक अख़बार से बातचीत में अनुपम खेर ने कहा- समकालीन इतिहास में किसी की भूमिका पर अभिनय करना बेहद चुनौतीपूर्ण है क्योंकि तुलनाएं झटपट और अपरिहार्य होंगी। लेकिन मैंने हमेशा अपनी पहली फिल्म सारांश से चुनौतियों को स्वीकार किया है, मैं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का किरदार निभाने के अनुभव को लेकर तैयार हूं। निर्देशक के तौर पर अपनी पारी शुरू करने वाले गट्टे भी इस यूनिक कहानी को पर्दे पर उतारने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा- मैं कृतज्ञ हूं कि मुझे ऐसी कहानी बताने कै मौका मिल रहा है जिसे कि पूरी ईमानदारी और सच्चाई के साथ बयान किया जाना चाहिए।

यह भी पढ़ें: ...तो बलूचिस्‍तान के हाईजैक को लेकर चीन का है ये मास्‍टर प्‍लान


क्या है फिल्म की खास बातें

एक तरफ जहां इस फिल्म में मनमोहन सिंह के खास अंदाजों और पीएमओ के अंदर होनेवाले कार्यों को बड़े पर्दे पर दिखाया जाएगा, तो वहीं इसमें संजय बारू की किताब के कई उन वो बातें इस फिल्म के अंदर होंगी जिन पर काफी विवाद हुआ था और कांग्रेस की तरफ से काफी आपत्ति जताई गई थी। Jagran.com की स्‍पेशल डेस्‍क से ख़ास बातचीत में कांग्रेस नेता और पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री शकील अहमद ने बताया कि संजय बारू ने जिस तरह का काम मनमोहन सिंह के ऊपर लिखकर किया है यह मौलिक रूप से ठीक नहीं है।

शकील अहमद ने कहा कि चूंकि फिल्म बनाई जा रही है ऐसे में उसे लोगों को पसंद आए इसके लिए खास तड़का लगाकर और ज्यादा मिर्च मसाला लगाकर लोगों के सामने पेश किया जाएगा। क्योंकि, वह पूरी तरह से फिक्शन होता है ताकि प्रोड्यूसर की कमाई हो। लेकिन, हकीकत से उसका कोई सीधा वास्ता नहीं होता है।

क्यों विवादों में रही संजय बारु की किताब

दरअसल, साल 2014 में रिलीज हुई संजय बारु की इस किताब ने एक तूफान खड़ा कर दिया था और इसकी वजह से कांग्रेस पार्टी को काफी शर्मिंदा होना पड़ा था। इस बारे में शकील अहमद ने बताया कि अगर कोई आपके करीब काम करता है तो फिर उन्हें काफी चीजें पता होती है लेकिन वह उन चीजों को गलत तरीके से लोगों के सामने रखे तो इससे ना सिर्फ पार्टी की छवि खराब होती है बल्कि यह मौलिक लिहाज से भी ठीक नहीं है। ऐसे में लोगों को अपने खास लोगों पर भरोसा करना भी कठिन हो जाएगा।

यह भी पढ़ें: मासूमों का खून बहाने वाले आतंकी मूसा को ये है भारत का जवाब

chat bot
आपका साथी