257 लोगों की हत्या का गुनहगार अबु सलेम डॉन बनने से पहले था मैकेनिक

1993 मुंबई धमाका मामलों में स्पेशल टाडा कोर्ट ने अबु सलेम को उम्रकैद की सजा सुनाई है। ये है अबु सलेम की पूरी कहानी...

By Lalit RaiEdited By: Publish:Thu, 07 Sep 2017 03:29 PM (IST) Updated:Thu, 07 Sep 2017 06:14 PM (IST)
257 लोगों की हत्या का गुनहगार अबु सलेम डॉन बनने से पहले था मैकेनिक
257 लोगों की हत्या का गुनहगार अबु सलेम डॉन बनने से पहले था मैकेनिक

नई दिल्ली [स्पेशल डेस्क] । 257 लोगों के कत्ल का गुनहगार, मायानगरी मुंबई को 1993 में बेपटरी करने वाले, दाऊद के काले कारनामों का राजदार और न जानें कितने परिवारों के दुख और दर्द का जिम्मेदार है वो। सामान्य कद काठी और मासूम दिखने वाले अबु सलेम के चेहरे को देखकर अंदाजा लगाना मुश्किल है कि वो हत्यारा हो सकता है। लेकिन ये सच है कि वो न केवल 257 लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार था, बल्कि उन परिवारों का भी गुनहगार है, जिन्हें जीवनभर का गम दे गया। स्पेशल टाडा अदालत ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई है। ये बात अलग है कि वो फांसी की सजा के लायक था, लेकिन पुर्तगाल के साथ प्रत्यर्पण संधि की वजह से उसका गला फांसी के फंदे से बच गया।

 

मैकेनिक से डॉन बनने की कहानी

बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि 1993 में मुंबई धमाकों के बाद दाऊद और उसका कुनबा देश छोड़ चुका था। उस दौरान डी कंपनी की सल्तनत को आजमगढ़ में कभी पंचर बनाने वाले अबु सलेम ने संभाला। दरअसल आजमगढ़ के सरायमीर में रहने वाले अबू सलीम के वकील पिता की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद परिवार की जिम्मेदारी उस पर आ गई। परिवार के भरणपोषण के लिए उसने गांव में ही मोटर मकैनिक का करने के बाद वो टैक्सी चलाने दिल्ली चला गया।

दिल्ली में उसकी मुलाकात दाऊद इब्राहिम के सहयोगी अनीस से हुई। अनीस ने अबु सलेम की बात दाऊद से करायी और इस तरह सलेम ने दिल्ली से मुंबई की राह पकड़ी, जहां एक अलग तरह का पेशा उसका इंतजार कर रहा था। मुंबई में भी वो गाड़ियां बनाने का काम करने लगा, लेकिन कुछ समय के लिए अबु सलेम ने डिलीवरी ब्वॉय का काम भी किया।

प्रदीप जैन हुए थे सलेम के पहले शिकार

अबु सलेम ने अपना पहला शिकार 1995 में मुंबई के बिल्डर प्रदीप जैन को बनाया। प्रदीप जैन की हत्या करने के बाद उसने जैन की पत्नी से पूछा कि क्या तुम्हें विधवा होने का सुख मिल रहा है। ऐसा बताया जाता है कि बॉलीवुड के लोगों से वो अर्शलान नाम से मिलता था और खुद को सलेम का सहयोगी बताता था।

पुर्तगाल से प्रत्यर्पण के बाद अबु सलेम को भारत लाया गया। एक मामले में जब उसे पेशी के लिए लखनऊ ले जाया गया तो उसने ट्रेन में ही एक महिला से निकाह कर लिया। हालांकि ये नहीं पता चल सका कि वो महिला कौन है। मुंबई धमाके के बाद जब दाऊद और उसके भाई भाग गए तो मुंबई में बिल्डरों से पैसे वसूलने का काम अबु सलेम करने लगा।

फि‍ल्म इंडस्ट्री में लगाता था डी-कंपनी का पैसा

अबु सलेम ने जब मुंबई में डी-कंपनी की कमान संभाली तो फिल्म इंडस्ट्री में जमकर पैसे लगाने की बात भी कई बार चर्चाओं में रही। फिल्मों में पैसा लगाना और पसंदीदा कलाकारों को काम दिलवाना अबू का शौक बन चुका था। अभिनेत्री मोनिका बेदी से इसी दौरान उसकी नजदीकियां बढ़ीं और प्यार परवान चढ़ने लगा था।

मोनिका बेदी के साथ पुर्तगाल में पकड़ा गया था सलेम

अबु सलेम को पुर्तगाल सरकार ने इस शर्त के साथ भारत को सौंपा था कि उसे किसी भी मामले में मौत की सजा नहीं दी जाएगी। सलेम को पुर्तगाल पुलिस ने जब गिरफ्तार किया था तो वह एक होटल में अपनी गर्लफ्रेंड बॉलीवुड एक्ट्रेस मोनिका बेदी के साथ था। उसने 1998 में दुबई में कार ट्रेडिंग का कारोबार शुरू किया। इसी बीच एक स्टेज शो के दौरान उसकी दोस्ती एक्ट्रेस मोनिका बेदी से हुई थी। दोनों का निकाह होने की बातें भी सामने आई थीं। हालांकि, मोनिका और सलेम ने कभी भी इन रिश्तों का इजहार नहीं किया। मोनिका बेदी को भोपाल में बने फर्जी पासपोर्ट मामले में गिरफ्तार किया गया था।
 

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