भारतीय मूल के गूगल रिसर्चर का दावा, इस देश ने करवाया साइबर हमला

भारतीय मूल के नील मेहता ने हैकिंग के लिए इस्तेमाल किए गए सॉफ्टवेयर 'वॉनाक्राय' के कोड को ट्विटर पर सार्वजनिक किया है।

By Pratibha Kumari Edited By: Publish:Wed, 17 May 2017 09:17 AM (IST) Updated:Wed, 17 May 2017 03:30 PM (IST)
भारतीय मूल के गूगल रिसर्चर का दावा, इस देश ने करवाया साइबर हमला
भारतीय मूल के गूगल रिसर्चर का दावा, इस देश ने करवाया साइबर हमला

लंदन, एजेंसी। भारतीय मूल के गूगल के एक सिक्योरिटी रिसर्चर नील मेहता का कहना है कि बीते सप्ताह भारत समेत 150 देशों में हुए साइबर हमले के पीछे उत्तर कोरिया के हैकरों का हाथ है। मेहता ने हैकिंग के लिए इस्तेमाल किए गए सॉफ्टवेयर 'वॉनाक्राय' के कोड को ट्विटर पर सार्वजनिक किया। मेहता समेत अन्य शोधकर्ताओं ने इस कोड और अतीत में लेजरस ग्रुप द्वारा उपयोग किए गए कोड में समानता देखी। लेजरस उत्तर कोरिया के हैकरों का वही समूह है, जिसे 2014 में सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट व बीते वषर्ष बांग्लादेश सेंट्रल बैंक में हैकिंग का जिम्मेदार माना जाता है।

रूस की सिक्योरिटी फर्म कैस्परस्काय ने मेहता के दावे को अब तक का सबसे महत्वपूर्ण तथ्य करार दिया है। सुरक्षा विशेषषज्ञ प्रोफेसर एलन वुडवर्ड ने बताया कि वॉनाक्राय का कोड चीन के समयानुसार तय किया गया है। इतना ही नहीं, फिरौती के लिए मांगी जाने वाली रकम के लिए लिखी भाषा का अंग्रेजी में अनुवाद मशीनी लगता है, लेकिन चीन में फिरौती मांगने के लिए चीनी भाषा ही लिखी गई। उत्तर कोरिया ने सोनी पिक्चर्स हैकिंग की कभी भी जिम्मेदारी नहीं ली।

शक बेवजह नहीं

उत्तर कोरिया प्रतिकूल आर्थिक हालातों से गुजर रहा है। वहां लोगों को भोजन उपलब्ध कराने से ज्यादा महत्व परमाणु मिसाइल बनाने और उनके परीक्षण को दिया जाता है। ऐसे में विशेषषज्ञों का मानना है कि वान्नाक्राइ वायरस के जरिए दुनियाभर से फिरौती वसूलकर उत्तर कोरिया आर्थिक लाभ पाना चाहता है।

पिछले हमलों में भी मिले थे सुबूत

बांग्लादेशी बैंक में चोरी: फरवरी, 2016 में लैजारस समूह ने बांग्लादेश के एक बैंक में सेंधमारी करके 8.1 करोड़ डॉलर चुराए। अप्रैल, 2017 में कैस्परस्काई लैब ने यह हमला लैजारस ग्रुप द्वारा किए जाने की पुष्टि की। यह विशेषषज्ञों के मुताबिक हमला कंगाली की कगार पर खड़े उत्तर कोरिया ने आर्थिक लाभ पाने के लिए करवाया था।

सोनी पिक्चर्स पर हमला: 24 नवंबर, 2014 को सोनी पिक्चर्स के कर्मचारियों की निजी जानकारी चुरा ली गई और उसे इंटरनेट पर डाल दिया। हैकर्स ने मांग रखी कि उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन पर बनी कॉमेडी फिल्म द इंटरव्यू को रोक दिया जाए। अमेरिकी सुरक्षा विभाग द्वारा हैकिंग में इस्तेमाल किए गए सॉफ्टवेयर, तकनीक और नेटवर्क की जांच करने के बाद इसमें उत्तर कोरिया के शामिल होने की बात कही गई, जिसे उत्तर कोरिया ने सिरे से खारिज कर दिया।

डिज्नी की आगामी फिल्म चोरी

डिज्नी के प्रमुख बॉब इगर ने बताया कि हैकरों ने कंपनी की आगामी फिल्म चोरी कर ली है। इगर ने फिल्म का नाम उजागर नहीं किया, लेकिन बताया कि डिज्नी ने हैकरों की फिरौती की मांग को पूरा करने से मना कर दिया है। डिज्नी की आगामी दो फिल्में 'पाइरेट्स ऑफ द कैरेबियन: डेड मेन टेल नो टेल्स' और 'कार्स 3' हैं।

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