घाटी में घुसपैठ की ताक में हैं एलओसी पार सक्रिय 16 आतंकी कैंपों के दहशतगर्द, सेना सतर्क

भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिले हैं कि जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ लगातार एनकाउंटर के बीच एलओसी पार पीओके में 16 आतंकी कैंप सक्रिय हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Wed, 29 May 2019 03:08 PM (IST) Updated:Wed, 29 May 2019 03:19 PM (IST)
घाटी में घुसपैठ की ताक में हैं एलओसी पार सक्रिय 16 आतंकी कैंपों के दहशतगर्द, सेना सतर्क
घाटी में घुसपैठ की ताक में हैं एलओसी पार सक्रिय 16 आतंकी कैंपों के दहशतगर्द, सेना सतर्क

नई दिल्‍ली, एएनआइ। भारतीय खुफिया एजेंसियों के इनपुट से खुलासा हुआ है कि एलओसी LoC के पार पीओके Pakistan-occupied-Kashmir में 16 आतंकी कैंप सक्रिय हैं। एजेंसियों की मानें तो इन कैंपों में दहशतगर्दों को घाटी में घुसपैठ की ट्रेनिंग दी जा रही है। खुफिया एजेंसियों के इस इनपुट पर सुरक्षा बल चौकन्‍ने हो गए हैं। सेना के सूत्रों ने बताया कि पुलवामा हमले के बाद आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को तगड़ा झटका लगा है। उसे कश्मीर घाटी में स्थानीय युवाओं का समर्थन नहीं मिल रहा है। सुरक्षा बल भी अपने ऑपरेशनों के जरिए उसके कॉडर को तबाह करने में जुटे हैं।

सेना के सूत्रों ने बताया कि खुफिया एजेंसियों ने जो इनपुट साझा किया है उसके मुताबिक, बीते कुछ महीनों से एलओसी के उस पार 16 आतंकी कैंप सक्रिय हैं। इनमें से ज्यादातर आतंकी कैंप खुद को कश्‍मीर घाटी में घुसपैठ की तैयारी कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना और आईएसआई घुसपैठ कराने की फिराक में हैं। पाकिस्‍तानी सेना और आईएसआई की इन कोशिशों पर भारतीय सेना की कड़ी निगाह है। सुरक्षा बल आतंकियों की किसी भी कायराना हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।  

सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर से आतंकियों की लीडरशिप का सफाया करने के लिए पूरी शिद्दत के साथ काम कर रही है। इसे पुलवामा हमले के बाद के अभियानों में जैश के ठिकानों के सफाये के तौर पर देखा जा रहा है। हाल ही में जाकिर मूसा के खात्‍में के बाद आतंकी संगठनों में हताशा का माहौल है। बता दें कि अल-कायदा से जुड़े आतंकी संगठन अंसार गजवत उल हिंद के सरगना जाकिर मूसा (Zakir Musa) को पिछले हफ्ते पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। त्राल के ददसारा गांव में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को यह कामयाबी मिली थी। इससे पहले सुरक्षा बलों ने आतंकी  बुरहान वानी (Burhan Wani) को मार गिराया था। 

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