'माइंड गेम' में पाक आतंकियों के हौसले पस्त

मौलाना मसूद अजहर और आतंकी जाकिर उर रहमान के करीबी रिश्तेदारों को पिछले एक महीने के भीतर मुठभेड़ में मारना इस 'माइंड गेम' की ताजा कड़ी है।

By Jagran News NetworkEdited By: Publish:Sun, 19 Nov 2017 08:09 PM (IST) Updated:Sun, 19 Nov 2017 08:56 PM (IST)
'माइंड गेम' में पाक आतंकियों के हौसले पस्त
'माइंड गेम' में पाक आतंकियों के हौसले पस्त

जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। आतंकियों के खिलाफ अपनी सटीक कार्रवाई के लिए दुनिया भर में प्रख्यात इजरायल की आतंक रोधी सुरक्षा एजेंसियों के बारे में एक बात मशहूर है कि वह आतंकियों को 'माइंड गेम' में शिकस्त देने में महारत रखते हैं। अब यह बात कश्मीर में आतंकियों से लोहा ले रहे भारतीय सुरक्षा बलों के लिए भी कही जा सकती है।

कश्मीर में आतंक के सौदागर जैश ए मोहम्मद के मुखिया मौलाना मसूद अजहर और लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष आतंकी जाकिर उर रहमान के करीबी रिश्तेदारों को पिछले एक महीने के भीतर मुठभेड़ में मारना इस 'माइंड गेम' की ताजा कड़ी है। ये आतंकी सरगना अपने करीबी रिश्तेदारों को जिहाद के नाम पर कश्मीर में भेज कर वहां आतंक की फसल को और लहलहाने की साजिश रच रहे थे। जाहिर है कि इन्हें करारा झटका लगा है।

सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक पिछले एक वर्ष में जिस तरह से पूरी घाटी में आतंकियों का एक के बाद एक सफाया हो रहा है उससे इन्हें जिहाद के लिए युवाओं को जुटाने में दिक्कत हो रही है। यह सवाल भी उठाये जा रहे थे कि पाक स्थित आतंकी संगठन आम गरीब परिवार के बच्चों को आतंक के नाम पर मरवा रहे हैं जबकि इन संगठनों के शीर्ष नेताओं के बच्चे सरकारी नौकरी में मजे कर रहे हैं।

हाल ही में अमेरिका की तरफ से आतंकी घोषित सैयद सलाहुद्दीन इसका एक बड़ा उदाहरण है। ऐसे में जान बूझ कर लश्कर और जैश के आतंकियों ने अपने करीबी रिश्तेदारों को कश्मीर में भेजा था। सुरक्षा एजेंसियों को जब यह सूचना मिली तो उन्होंने इन दोनों आतंकियों को प्राथमिकता के तौर पर खत्म करने की योजना बनाई।

लखवी के भतीजे ओवैद उर्फ ओसामा के साथ लश्कर-ए-तैयबा के छह विदेशी आतंकियों को मौत के मुठभेड़ में मार गिराया गया है। इसमें एक भारतीय जवान भी शहीद हुआ था। आतंक की पौध तैयार करने में जुटे इन आकाओं को सीधा संकेत है कि यहां भारत विरोधी आतंकी गतिविधियों में संलिप्त रहने वाला कोई भी बचने वाला नहीं है।

भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों का कहना है कि इस आपरेशन ने एक तरफ से कश्मीर के बांदीपोड़ा इलाके में लश्कर का करीब-करीब सफाया कर दिया है। मारे गये छह आतंकियों ने हाल ही में भारतीय सीमा में घुसपैठ की थी और इन्हें भारतीय सुरक्षा बलों पर बड़े हमले के साथ ही स्थानीय युवकों की छोटी-छोटी टुकड़ी बनाने का काम भी सौंपा गया था।

ये न सिर्फ अत्याधुनिक असलहों से लैस थे बल्कि इन्हें खास तौर पर प्रशिक्षण दे कर भेजा गया था। इस लिहाज से भी इस आपरेशन को एजेंसियां दूरगामी परिणाम वाला मान रही हैं। कश्मीर घाटी में इस वर्ष भारतीय सेना ने तकरीबन 190 आतंकियों को मार गिराया है।

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