विश्व स्वास्थ्य संगठन में लौटा अमेरिका, भारत ने किया स्वागत
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा डब्ल्यूएचओ कार्यकारी परिषद के अध्यक्ष के तौर पर वह राष्ट्रपति जो बाइडन के स्वास्थ्य संगठन में वापस लौटने के फैसले का स्वागत करते हैं। इससे कोविड महामारी से लड़ने के हमारे संकल्प को और मजबूती मिलेगी।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत ने अमेरिका के विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) में लौटने के फैसले का स्वागत किया है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने डब्ल्यूएचओ की कार्यकारी परिषद के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये आयोजित 148 वें सत्र की अध्यक्षता करते हुए अमेरिका को लेकर ये भावनाएं व्यक्त कीं। विदित हो कि कोविड-19 महामारी के सिलसिले में डब्ल्यूएचओ की भूमिका को गलत मानते हुए अमेरिका ने कुछ हफ्ते पहले संगठन को छोड़ दिया था।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, डब्ल्यूएचओ कार्यकारी परिषद के अध्यक्ष के तौर पर वह राष्ट्रपति जो बाइडेन के स्वास्थ्य संगठन में वापस लौटने के फैसले का स्वागत करते हैं। इससे कोविड महामारी से लड़ने के हमारे संकल्प को और मजबूती मिलेगी। इस लड़ाई में सभी देशों का सहयोग जरूरी है। तभी हम महामारी के संकट को परास्त कर पाएंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति के स्वास्थ्य संबंधी मामलों के मुख्य सलाहकार डॉ. एंथोनी फौसी ने भी कार्यकारी परिषद को संबोधित किया। उन्होंने कहा, अमेरिका वैश्विक संगठन में बना रहेगा और पूर्व की भांति वह सभी आर्थिक जिम्मेदारियां निभाएगा। साथ ही सभी स्तरों पर तकनीक सहायता देगा। डॉ. फौसी ने महामारी उन्मूलन के संबंध में डब्ल्यूएचओ द्वारा किए जा रहे कार्यो की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने टीकाकरण को बढ़ावा देने वाले तरीकों पर भी चर्चा की।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, महामारी के खिलाफ लड़ाई में सबसे बड़ी सफलता लोगों के बीच टीम बनाकर कार्य करना है। इससे हम अपने लक्ष्य के ज्यादा करीब पहुंच पाएंगे। हमारे वैज्ञानिकों और स्वास्थ्यकर्मियों ने इस लड़ाई में अपनी क्षमता को बखूबी साबित किया है। लेकिन डब्ल्यूएचओ को इस लड़ाई में सबसे बड़ी भूमिका अदा करनी है। उस पर महामारी को जड़ से खत्म करने की जिम्मेदारी है।
20 करोड़ अतिरिक्त टीके खरीदने की तैयारी में बाइडन प्रशासन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कोरोना वायरस संक्रमण के खात्मे के लिए 20 करोड़ अतिरिक्त टीकों की खरीद की घोषणा की है। देश में संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन नए कदम उठा रहा है। देश में मामले दो करोड़ 50 लाख के करीब पहुंच रहे हैं। वर्तमान में टीका आपूर्ति और उत्पादन योजनाओं की समीक्षा के बाद बाइडन ने कहा कि उनका प्रशासन राज्यों और अन्य क्षेत्रों के लिए साप्ताहिक टीका आपूर्ति 86 लाख से बढ़ाकर कम से कम एक करोड़ करेगा।