कोरोना से जूझ रहे भारत को विदेशों से मिल रही लगातार मदद, अब तक 6,738 आक्सीजन कंसंट्रेटर व 16 प्लांट मिले

केंद्र सरकार ने कहा- संबंधित राज्यों को एयरपोर्ट से ही भेजी जा रही विदेशी सहायता। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार भारत सरकार को विभिन्न देशों और संगठनों से कोरोना राहत चिकित्सा आपूर्ति और उपकरण मिल रहे हैं।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 09:28 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 09:30 AM (IST)
कोरोना से जूझ रहे भारत को विदेशों से मिल रही लगातार मदद, अब तक 6,738 आक्सीजन कंसंट्रेटर व 16 प्लांट मिले
कोरोना के जाल में फंसे भारत को मिल रही विदेशी सहायता। (फोटो: दैनिक जागरण)

नई दिल्ली, एएनआइ। कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत को विदेशों से लगातार मदद मिल रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय मदद के तौर पर भारत को 27 अप्रैल से 8 मई तक 6,739 आक्सीजन कंसंट्रेटर, 3,856 आक्सीजन सिलेंडर, 16 आक्सीजन उत्पादन प्लांट, 4,668 वेंटिलेटर / बीआइ-पीएपी और लगभग तीन लाख रेमेडिसविर के वायल मिले हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, भारत सरकार को विभिन्न देशों और संगठनों से कोरोना राहत चिकित्सा आपूíत और उपकरणों की सहायता मिल रही है।

मंत्रालय ने कहा कि आठ मई तक कनाडा, थाईलैंड, नीदरलैंड, ऑस्टि्रया, चेक गणराज्य, इजरायल, संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, मलेशिया, से मदद मिली हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि विदेश से आने वाली सामग्री को एयरपोर्ट से ही राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों और संस्थानों को तत्काल आवंटित कर भेजा जा रहा है। मंत्रालय इस काम की नियमित निगरानी कर रहा है। इस काम के लिए मंत्रालय ने एक प्रकोष्ठ बनाया है जो 26 अप्रैल से काम कर रहा है।

आक्सीजन आपूर्ति सामान्य होने की ओर

देश में आक्सीजन की आपूर्ति लगभग सामान्य होने की ओर है। मात्र बीस दिन में देश में आक्सीजन की आपूर्ति में 4,511 टन की ब़़ढोतरी हुई है। आक्सीजन के उत्पादन और ढुलाई क्षमता में ब़़ढोतरी से यह संभव हो पाया है। सरकारी आंक़़डों के मुताबिक गत 15 अप्रैल को देश के विभिन्न अस्पतालों को 4,783 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई जो गत पांच मई को 9,294 टन के स्तर पर पहुंच गई। सात मई को 8415 टन की आपूर्ति रही तो आठ मई को 8,900 टन आक्सीजन की आपूर्ति की गई।

आक्सीजन आपूर्ति की निगरानी कमेटी के मुताबिक लगभग 1,500 टन आक्सीजन रोजाना ट्रांजिट पर होती है या उसे अनलोड नहीं किया जा पाता। आक्सीजन सप्लाई के लिए गठित सशक्त समूह के अध्यक्ष गिरधर अरमाने ने आश्वासन दिया है कि हर जरूरतमंद मरीज को आक्सीजन मिलेगी।

chat bot
आपका साथी