पाक के कारण भारत सार्क से बहुत कुछ पाने में असमर्थ

पूर्व विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर ने क्षेत्रीय सहयोग के संदर्भ में बृहस्पतिवार को कहा कि भारत पाकिस्तान की वजह से सार्क से बहुत कुछ हासिल करने में सक्षम नहीं है। उन्होंने आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए तकनीकी खोज के महत्व पर जोर दिया। साथ ही कहा कि

By Kamal VermaEdited By: Publish:Thu, 26 Mar 2015 07:01 PM (IST) Updated:Thu, 26 Mar 2015 07:39 PM (IST)
पाक के कारण भारत सार्क से बहुत कुछ पाने में असमर्थ

नई दिल्ली। पूर्व विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर ने क्षेत्रीय सहयोग के संदर्भ में बृहस्पतिवार को कहा कि भारत पाकिस्तान की वजह से सार्क से बहुत कुछ हासिल करने में सक्षम नहीं है। उन्होंने आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए तकनीकी खोज के महत्व पर जोर दिया। साथ ही कहा कि भारत को कम खर्च वाले आविष्कारों से आगे बढ़ना चाहिए और मौलिक खोजों की जिम्मेदारी उठाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

विकास पुख्ता करने की राह में उठाए गए कदम और चुनौतियों पर परिचर्चा 'द ग्रोथ नेट' में थरूर ने कहा कि सरकार को शोध और विकास में निवेश पर जोर देना चाहिए। तिरुअनंतपुरम के सांसद थरूर ने कहा कि हम लोग कम लागत वाली खोजों से आगे नहीं बढ़े हैं हालांकि उसने भारतीय कंपनियों को ऐसे उत्पादों के साथ कुछ गंभीर शोध की रहनुमाई की है जिसने मौजूदा उत्पादों को न केवल बेहतर किया है बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार की आवश्यकताओं की पूर्ति भी की है।

द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय व्यापार पर बात करते हुए थरूर ने कहा कि दक्षिण एशियाई पड़ोसी बहुत हद तक राजनीतिक कारणों से इस बारे में पर्याप्त उन्नति नहीं की है। उन्होंने कहा कि एक देश के रूप में हम उसके बीच में रहते हैं जिसे विश्व बैंक ने पूरी दुनिया में आर्थिक रूप से सबसे कम एकीकृत क्षेत्र बताया है और यह बहुत हद तक राजनीतिक कारणों से है। दक्षिण एशियाई देशों के संगठन सार्क में कई मुद्दों पर आम सहमति कायम करने में पाकिस्तान की पुरानी अदावत मुख्य बाधा बनी है।

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