पठानकोट हमले में पाकिस्तान ने भारत के सबूत को मानने से किया इन्कार

पठानकोट हमले को लेकर पाकिस्तान द्वारा गठित जांच एजेंसी ने शुरुआती जांच पूरी कर ली है। पाकिस्तानी जांच एजेंसियों ने भारत को जानकारी भी सौंप दी है। पाक द्वारा दी गई जानकारी में कहा गया है कि भारत ने जो फोन नंबर दिए वो पाकिस्तान के नहीं है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Mon, 11 Jan 2016 05:06 PM (IST) Updated:Tue, 12 Jan 2016 02:41 AM (IST)
पठानकोट हमले में पाकिस्तान ने भारत के सबूत को मानने से किया इन्कार

नई दिल्ली। पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान द्वारा गठित जांच एजेंसी ने शुरुआती जांच पूरी कर ली है। पाकिस्तानी जांच एजेंसियों ने भारत को जानकारी भी सौंप दी है। पाक द्वारा दी गई जानकारी में कहा गया है कि भारत ने जो फोन नंबर दिए वो पाकिस्तान के नहीं है। बताया जा रहा है जांच आगे भी जारी रहेगी।

पाक में उच्च स्तरीय संयुक्त जांच टीम गठित

आतंकी हमले के तार पाकिस्तान से जुड़े होने के मामले की तफ्तीश करने के लिए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक उच्च स्तरीय संयुक्त जांच टीम गठित करने का आदेश दिया है। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। संयुक्त जांच टीम को गठित करने का शरीफ का निर्णय भारत द्वारा उपलब्ध करायी गई जानकारियों के बाद लिया गया है। भारत ने इसका संबंध 15 जनवरी को होने जा रही विदेश सचिव स्तर की वार्ता से जोड़कर कहा है कि भारत पठानकोट आतंकी हमले पर पाकिस्तान से निर्णायक कार्रवाई किए जाने की उम्मीद रखता है।

हाल ही में शरीफ की अध्यक्षता में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में संयुक्त जांच टीम गठित करने का निर्णय लिया गया जिसमें इंटेलीजेंस ब्यूरो, आईएसआई, और मिलिटरी इंटेलीजेंस के अधिकारी शामिल होंगे। इस बैठक में गृहमंत्री चौधरी निसार अली खान, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल नसीर खान जांजुआ, विदेश मामलों पर प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार सरताज अजीज, विदेश मामलों पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक तारिक फातेमी और वित्त मंत्री इसहाक डार भी सम्मिलित हुए।

नवाज शरीफ काफी सक्रिय

प्रधानमंत्री शरीफ पठानकोट हमले की तह तक जाने के लिए काफी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। सूत्र ने बताया कि उन्होंने इस मसले पर सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ से भी विमर्श किया है और संयुक्त जांच टीम गठित करने के फैसले में उन्हें भी शामिल किया है। सूत्र ने बताया कि भारत-पाक संबंधों को आगे ले जाने में प्रधानमंत्री की भूमिका के लिए यह जांच एक बड़ी परीक्षा साबित होगी और यह दोनों पड़ोसी देशों के बीच बार-बार रुक जाने वाले वार्ता के क्रम को तोड़ सकेगी। पठानकोट में वायुसेना स्टेशन पर तड़के दो जनवरी को भारी मात्रा में शस्त्रों से लैस पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हमला बोल दिया था। इन आतंकियों के जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े होने का अंदेशा था।

पाकिस्तान में बनीं थी हमले की योजना

भारतीय खुफिया एजेंसियों ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि आतंकियों के इस समूह और लोगों ने पाकिस्तान में इस हमले की योजना बनाई और उसे अंतिम रुप दिया। इस संबंध में भारत ने पाकिस्तान को विशेष एवं कार्रवाई लायक जानकारी मुहैया करायी है। इन सबूतों में कुछ वीडियो रिकॉर्डिंग, हमलावरों के फोन रिसीव करने वाले लोगों के मोबाइल नंबर जो पाकिस्तान के मिले हैं, शामिल हैं। शरीफ ने भारत और अमेरिका के नेताओं को भरोसा दिलाया है कि पाकिस्तान इस मामले में जांच कर परिणाम को सार्वजनिक करेगा।

कांग्रेस ने कहा सबूत सार्वजनिक करें

उधर कांग्रेस ने भारत द्वारा पाकिस्तान को दिए गए पठानकोट हमले से संबन्धित सबूतों को सार्वजनिक करने की मांग की है।

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