हुबली में बनेगा देश का सबसे बड़ा स्टार्टअप केंद्र

यह जानकारी शनिवार को हुबली में दो दिवसीय कार्यक्रम 'विकास संवाद' के दौरान देशपांडे फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. देश देशपांडे ने दी।

By Mohit TanwarEdited By: Publish:Sat, 28 Jan 2017 09:25 PM (IST) Updated:Sat, 28 Jan 2017 10:12 PM (IST)
हुबली में बनेगा देश का सबसे बड़ा स्टार्टअप केंद्र
हुबली में बनेगा देश का सबसे बड़ा स्टार्टअप केंद्र

संजीव गुप्ता, हुबली (कर्नाटक)प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्टार्टअप योजना को कर्नाटक के हुबली से रफ्तार मिलेगी। सितंबर में धारवाड़ जिले के इस शहर में देश के सबसे बड़े स्टार्ट अप केंद्र के शुरू होने की उम्मीद है। बेंगलुरु से करीब 400 किलोमीटर दूर यह केंद्र 82 हजार वर्ग फुट में होगा। अभी देश का सबसे बड़ा टेक्निकल हब तेलंगाना में 70 हजार वर्ग फुट में है। यह जानकारी शनिवार को हुबली में दो दिवसीय कार्यक्रम 'विकास संवाद' के दौरान देशपांडे फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. देश देशपांडे ने दी।

इस केंद्र में 3डी प्रिंटिंग लैब, इंटरनेट लैब और मेकर्स लैब की सुविधा भी होगी। यहां मुख्य रूप से उत्पादन और कृषि में युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा।

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क्या है देशपांडे फाउंडेशन

डॉ. देश देशपांडे ने अपनी निजी बचतों से 2008 में पत्नी जयश्री के साथ मिलकर हुबली में इस फाउंडेशन की शुरुआत की थी। यह फाउंडेशन सरकारी या गैर सरकारी मदद भी नहीं लेता। 2010 में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने डॉ. देश देशपांडे को नेशनल एडवाइजरी काउंसिल ऑन इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप का सहअध्यक्ष बनाया था।

देश में ऐसे युवा बड़ी संख्या में हैं, जो पढ़े-लिखे हैं और काम भी करना चाहते हैं, लेकिन उनके लिए अवसर नहीं हैं। इसलिए इस तरह के स्टार्टअप केंद्रों व कौशल विकास केंद्रों की काफी जरूरत है। फाउंडेशन का एक और कौशल विकास केंद्र तेलंगाना सरकार की मदद से निजामाबाद में भी खोला जाएगा।

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- डॉ. देश देशपांडे, संस्थापक देशपांडे फाउंडेशन

राज्य सरकार हो या केंद्र, वे स्टार्ट अप और कौशल विकास केंद्रों के लिए फंड तो मुहैया करा सकती हैं, लेकिन विशेषज्ञता और मार्गदर्शन नहीं। इस दिशा में देशपांडे फाउंडेशन एक मिसाल है। हमें भी ऐसे सहयोगियों की जरूरत है।

- वी. मंजुला, प्रधान सचिव (आइटी) कर्नाटक सरकार।

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