दूसरे राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के लोगों की वापसी का रास्ता साफ, ट्रेन से आने के लिए जारी हुए हेल्पलाइन नंबर
इन विशेष ट्रेनों में सफर करने के लिए पंजीयन करना जरूरी है। राज्य के करीब सवा लाख श्रमिकों के अलावा सवा दो लाख लोग विभिन्न राज्यों में फंसे हैं।
रायपुर, राज्य ब्यूरो। पंजाब, गुजरात और आंध्रप्रदेश में फंसे छत्तीसगढ़ के लोगों की वापसी का रास्ता साफ हो गया है। राज्य सरकार की पहल पर रेलवे ने पठानकोट, साबरमती और विजयवाड़ा से चार ट्रेनों को हरी झंडी दे दी है। इनमें से पहली ट्रेन गुजरात के साबरमती व अहमदबाद से सोमवार की सुबह बिलासपुर पहुंचेगी। बाकी तीन ट्रेनें 12 और 13 मई को आएंगी।
इन विशेष ट्रेनों में सफर करने के लिए पंजीयन करना जरूरी है। राज्य के करीब सवा लाख श्रमिकों के अलावा सवा दो लाख लोग विभिन्न राज्यों में फंसे हैं। अफसरों के अनुसार इन ट्रेनों में श्रमिकों के साथ छात्र, संकट में पड़े और चिकित्सा की आश्यकता वाले लोग सफर कर सकेंगे।
ऑनलाइन या एप के माध्यम से करना होगा आवेदन
इन ट्रेनों में यात्रा की अनुमति के लिए ऑनलाइन या एप के माध्यम से आवेदन करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री सचिवालय में अतिरिक्त मुख्य सचिव सुब्रत साहू ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर अन्य राज्यों में फंसे लोगों को लाने के लिए ट्रेन की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए रेलवे से चर्चा चल रही है। रेलवे की सहमति मिलते ही इसकी जानकारी दी जाएगी।
जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर
हेल्पलाइन नंबर 0771-2443809, 9109849992, 7587821800, 7587822800, 9685850444, 9109283986 व 8827773986 पर संपर्क किया जा सकता है।
अभी इन ट्रेनों के लिए बनी सहमति
साबरमती- अहमदबाद से बिलासपुर- 11 मई को पहुंचेगी। - साबरमती- अहमदबाद से बिलासपुर- 12 मई को पहुंचेगी। - पठानकोट से चांपा- 12 मई को पहुंचेगी। - विजयवाड़ा से बिलासपुर- 13 मई को पहुंचेगी।
सीएम बघेल बोले, श्रमिकों का रखा जाए पूरा ध्यान
वहीं, आज मुख्यमंत्री बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ से होकर अन्य राज्यों में जाने वाले श्रमिकों को परेशानी न हो इसका पूरा ध्यान रखा जाए। सीएम के निर्देश पर त्वरित पहल करते हुए रायपुर समेत अन्य जिलों के कलेक्टर व्यवस्था में जुट गए हैं। रायपुर में कलेक्टर ने श्रमिकों के लिए भोजन-पानी सहित आवश्यक व्यवस्था शुरू भी कर दी है। बता दें कि छत्तीसगढ़ की सीमा सात राज्यों से लगती हैं। इस वजह से प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रमिक यहां से गुजर रहे हैं। महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश और मध्यप्रदेश में फंसे झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड और बंगाल समेत अन्य राज्यों के श्रमिकों के लिए छत्तीसगढ़ ट्रांजिट कॉरिडोर बना हुआ है।