हार्दिक को पकड़ा फिर जमानत पर छोड़ा

गुजरात सरकार और पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के नेता हार्दिक पटेल शनिवार को फिर आमने-सामने आ गए। सूरत में शनिवार सुबह सवा नौ बजे जैसे ही हार्दिक ने एकता यात्रा शुरू की, उन्हें समर्थकों के साथ हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद रात में उनकी बाकायदा गिरफ्तारी दिखाई गई।

By Rajesh NiranjanEdited By: Publish:Sun, 20 Sep 2015 12:25 AM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2015 12:37 AM (IST)
हार्दिक को पकड़ा फिर जमानत पर छोड़ा

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात सरकार और पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के नेता हार्दिक पटेल शनिवार को फिर आमने-सामने आ गए। सूरत में शनिवार सुबह सवा नौ बजे जैसे ही हार्दिक ने एकता यात्रा शुरू की, उन्हें समर्थकों के साथ हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद रात में उनकी बाकायदा गिरफ्तारी दिखाई गई। लेकिन राज्य भर में इस गिरफ्तारी के खिलाफ व्यापक विरोध के बीच आधी रात से पहले ही उन्हें 35 समर्थकों के साथ जमानत पर रिहा कर दिया गया।

आधी रात से कुछ पहले हार्दिक और समर्थकों को सूरत में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और जमानत की प्रक्रिया पूरी की गई। इससे पहले शनिवार को पूरे दिन राज्य भर में विरोध प्रदर्शन, सड़क जाम और तोडफ़ोड़ की घटनाएं होती रहीं। पुलिस ने भी हार्दिक की गिरफ्तारी को लेकर पैदा होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारी कर रखी थी। हार्दिक की गिरफ्तारी के तुरंत बाद पूरे राज्य में मोबाइल इंटरनेट एवं एसएमएस सेवा पर तत्काल प्रभाव से बेमियादी रोक लगा दी गई थी। हार्दिक की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही अहमदाबाद, सूरत, मेहसाणा, जामनगर, राजकोट, द्वारका, गोंडल, नवसारी व सुरेंद्रनगर समेत राज्य के अन्य हिस्सों में पाटीदार समाज के लोगों ने सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करते हुए जाम लगा दिया। पुलिस ने आंदोलनकारियों से निपटने के लिए जगह-जगह आंसू गैस के गोले छोड़े।

सतर्कता के निर्देश, जवानों की छुट्टी रद

हार्दिक की गिरफ्तारी के मद्देनजर राज्य के पुलिस महानिदेशक पीसी ठाकुर ने सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को सतर्क रहने का निर्देश दिया। साथ ही पुलिस अधिकारी व जवानों की छुट्टी रद कर दी। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए संवदेनशील जिलों में भारी तादाद में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया था।

खूब चली आंखमिचौली

एकता यात्रा को लेकर पाटीदार नेता और प्रशासन के बीच खूब आंखमिचौली चली। मंजूरी बगैर यात्रा निकालने पर अड़े हार्दिक शुक्रवार शाम को ही सूरत पहुंच गए थे और गणेश पंडालों में आरती में शामिल होने के बाद भूमिगत हो गए। पुलिस उन्हें यात्रा से पहले पकडऩा चाहती थी, लेकिन वह हाथ नहीं आए। शनिवार सुबह नौ बजे अचानक मानगढ़ चौक पहुंच सरदार पटेल की प्रतिमा को माला पहनाई। लेकिन जैसे ही वह यात्रा के लिए निकले, पुलिस ने उन्हें 35 समर्थकों के साथ अपनी गिरफ्त में ले लिया और पुलिस मुख्यालय लेकर चली गई।

सरकार पर बरसे हार्दिक

गिरफ्तारी के बाद हार्दिक गुजरात सरकार पर जमकर बरसे। कहा, 'आनंदीबेन सरकार हमारी आवाज को दबाना चाहती है।' लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए हार्दिक ने कहा कि उनके बगैर भी राज्य भर में एकता यात्रा निकलेंगी।

बेलन लेकर सड़कों पर उतरीं महिलाएं

हार्दिक की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही राज्य के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। सूरत के हीराबाग, सौराष्ट्र के मोरबी और जामनगर के भावनगर व ध्रोल में लोग सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए एकता यात्रा लेकर सड़कों पर उतर आए। कई अन्य जिलों में तो पुरुषों के साथ महिलाएं भी हाथों में थाली व बेलन लेकर सड़कों पर उतर आईं। कई जगह युवाओं ने राजमार्ग व हाइवे जाम कर दिया। मुख्यमंत्री के गृह जनपद मेहसाणा में महिलाओं ने थाली बेलन लेकर राजमार्ग जाम कर दिया। अहमदाबाद में भी जमकर बवाल हुआ। भाजपा पार्षद के घर और पुलिस पर पथराव के अलावा यहां प्रदर्शनकारियों ने दो सरकारी बसों में तोडफ़ोड़ कर दी।

'गुजरात में लोकतंत्र नहीं है। सरकार पटेलों का दमन कर रही है। पुलिस के साथ मिलकर ङ्क्षहसा फैलाना चाहती है। लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।' -हार्दिक पटेल

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