हवाई संपर्क बढ़ाने के लिए सरकार करेगी पर्यटन स्थलों की पहचान

केंद्र सरकार अब ऐसे पर्यटन और तीर्थ स्थलों से हवाई संपर्क बढ़ाने की तैयारी में हैं जहां अभी तक फ्लाइट नहीं जाती है।

By Manish NegiEdited By: Publish:Mon, 20 Jun 2016 06:40 AM (IST) Updated:Mon, 20 Jun 2016 06:45 AM (IST)
हवाई संपर्क बढ़ाने के लिए सरकार करेगी पर्यटन स्थलों की पहचान

नई दिल्ली। केंद्र सरकार अब पर्यटन स्थलों विशेषकर तीर्थ केंद्रों से हवाई संपर्क बढ़ाएगी। केंद्रीय राज्यमंत्री महेश शर्मा राज्य सरकारों से ऐसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों विशेषकर तीर्थ स्थलों की पहचान करने के लिए लिखेंगे जहां अभी तक एयर कनेक्टिविटी नहीं है लेकिन वहां हवाई पट्टी है।

एनडीटीवी के साथ बातचीत में महेश शर्मा ने कहा कि "मैं राज्य सरकार को सरकार की स्कीम से जुड़ने के लिए लिखूंगा। अजमेर दरगाह देवगढ़ जो हमारी प्रसाद स्कीम का हिस्सा है, यहां काफी जगह हैं। यदि राज्य सरकार इसके साथ जुड़ते हैं तो इससे पर्यटन को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा।"

राजस्थान का अजमेर और झारखंड का देवगढ़ दोनों ऐसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है जहां हवाई पट्टी तो है लेकिन अभी तक हवाई संपर्क नहीं है। ऐसे लगभग 350 हवाई पट्टी बनाई गई है जिन्हें सरकार कम लागत के हवाई अड्डों के तौर पर बनाना चाहती है। अगले कुछ सालों में ऐसे 100 हवाई अड्डे बनाए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि नई नागरिक उड्डयन नीति का प्रचार करना भी उद्देश्य है, जिससे क्षेत्रीय संपर्क पर एक प्रीमियम स्थानों को बढ़ावा देना है। छोटे कस्बों और शहरों को जोड़ने के लिए एयरलाइन्स को मुफ्त एयरपोर्ट इस्तेमाल के लिए सस्ता ईंधन जैसी रियायत दी जाएंगी। जिससे एक घंटे के लिए किराया 2,500 रुपये से ज्यादा ना हो। यदि किराया ज्यादा होता है तो सरकार एयरलाइन को मुआवजा देगी।

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