ट्रेनों में खत्म होगा वेटिंग लिस्ट का खेल, आरक्षण कोटे के नाम पर रेलवे के दलाल कूटते रहे हैं चांदी

लॉकडाउन के बाद चली स्पेशल ट्रेनों के लिए वेटिंग का जो फार्मूला घोषित किया गया है उसे एक जून से चलने वाली ट्रेनों में भी अपनाया जाएगा।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Sun, 24 May 2020 08:39 PM (IST) Updated:Mon, 25 May 2020 01:03 AM (IST)
ट्रेनों में खत्म होगा वेटिंग लिस्ट का खेल, आरक्षण कोटे के नाम पर रेलवे के दलाल कूटते रहे हैं चांदी
ट्रेनों में खत्म होगा वेटिंग लिस्ट का खेल, आरक्षण कोटे के नाम पर रेलवे के दलाल कूटते रहे हैं चांदी

सुरेंद्र प्रसाद सिंह, नई दिल्ली। कोरोना के चलते लागू देशव्यापी  लॉकडाउन के लगभग दो महीने के बाद ट्रेनों का सीमित संचालन शुरु हो गया है। स्वास्थ्य सुरक्षा के तौर पर कई ट्रेनों में यात्रियों के लिए कई अहम प्रावधान किए गए हैं। श्रमिक स्पेशल और राजधानी स्पेशल के बाद अब एक जून से दो सौ नियमित ट्रेनें भी स्पेशल के नाम से ही चलने की तैयारी में है। इन ट्रेनों के संचालन में कई तरह के नियम कानून बनाए गए हैं। इसी बहाने कई बडे़ अवरोधों को एक झटके में समाप्त किया जा सकता है। इनमें ट्रेनों में कृत्रिम रूप से चल रहा वेटिंग लिस्ट का बड़ा खेल है, जिसे समाप्त कर आसान नहीं रहा है।

सोशल डिस्टैंसिंग को लेकर निर्धारित सीटों से अधिक टिकट जारी नहीं होंगे

कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए ट्रेनों में सोशल डिस्टैंसिंग बनाए रखने के बाबत रेलवे के डिब्बों में निर्धारित सीटों से अधिक टिकट जारी नहीं किया जा रहा है। बिना कन्फर्म टिकट के किसी यात्री को ट्रेन में प्रवेश की अनुमति नहीं है। इससे स्टेशनों पर भीड़भाड़ भी कम हो जाएगी।

जनरल कोच में यात्रा के लिए कन्फर्म टिकट की जरूरत

जनरल कोच में यात्रा के लिए कन्फर्म टिकट की जरूरत है। इस तरह के प्रावधान को लागू करने के लिए प्रयास कई बार किए गए, लेकिन इसे लागू नहीं किया जा सका। 

आरक्षण कोटे के नाम पर रेलवे के दलाल कूटते रहे हैं चांदी

रेलवे के सूत्रों का कहना है कि कोटे में आरक्षण के नाम पर सारा खेल होता रहा है। इसी की आड़ में रेलवे के कर्मचारियों की मिलीभगत से रेलवे के टिकट दलाल चांदी कूटते हैं। लाख कोशिशों के बाद भी हर साल गरमी की छुट्टियों त्योहारी सीजन में जब रेलवे के टिकटों की मांग बढ़ती है तो दलालों की गिरोह सक्रिय हो जाता है। दलालों पर रेलवे प्रशासन की सख्ती होने पर सारा जोर आरक्षण कोटे पर हो जाता है। आरक्षण कोटा का बढ़ाया अथवा घटाया जाना लगातार विवादों में रहा है। संसद में भी यह मसला उठता रहा है।

कोविड-19 वायरस के चलते आरक्षित सीटों पर ही अब रेलवे में यात्रा करना संभव होगा

कोविड-19 वायरस के बहाने सही आरक्षित सीटों पर ही अब रेलवे में यात्रा करना संभव होगा। फिलहाल इसकी तैयारियां कर ली गई हैं, लेकिन आखिरी वक्त में टिकट कैंसिल कराने से खाली वाली सीटों के लिए कुछ सीमित वेटिंग लिस्ट का भी प्रावधान किया गया है, लेकिन दो घंटे पहले जारी होने वाली करेंट रिजर्वेशन में उसे हर हाल में भरने का प्रयास किया जाएगा। टीटीई के पास टिकटों को आरक्षित करने अथवा रास्ते में बर्थ देने जैसे प्रावधानों को सीमित किया जाएगा।

स्पेशल ट्रेनों के लिए वेटिंग का फार्मूला एक जून से चलने वाली नियमित ट्रेनों में भी अपनाया जाएगा

लॉकडाउन के बाद चली स्पेशल ट्रेनों के लिए वेटिंग का जो फार्मूला घोषित किया गया है, उसे एक जून से चलने वाली ट्रेनों में भी अपनाया जाएगा। इसे ही आगे बढ़ाने की योजना है। इसके तहत फ‌र्स्ट एसी और एक्जीक्यूटिव क्लास में अधिकतम 20 टिकट वेटिंग में बुक हो सकता है, जबकि में सेकेंड एसी में 50 टिकट व थर्ड एसी और चेयरकार में यह संख्या सौ-सौ टिकट किया जा सकता है। स्लीपर क्लास में वेटिंग सूची की यह सीमा अधिकतम दो सौ तक है।

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