महंत शिवकुमार स्वामी का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

लिंगायत समुदाय के धर्मगुरू और कर्नाटक के तुमकुर स्थित सिद्धगंगा मठ के प्रमुख शिवकुमार स्वामी का आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

By TaniskEdited By: Publish:Tue, 22 Jan 2019 06:39 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jan 2019 06:39 PM (IST)
महंत शिवकुमार स्वामी का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
महंत शिवकुमार स्वामी का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

बेंगलुरु, एएनआइ। लिंगायत समुदाय के धर्मगुरू और कर्नाटक के तुमकुरू स्थित सिद्धगंगा मठ के प्रमुख शिवकुमार स्वामी का मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सोमवार को 111 साल के शिवकुमार स्वामी का निधन हो गया था। उनके अंतिम संस्कार में सिद्धगंगा मठ पहुंचकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा, राज्य के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा समेत इस मौके पर राज्य के सियासी दिग्गजों के अलावा तमाम हस्तियों ने शिवकुमार स्वामी को दी श्रद्धांजलि दी।     

बता दें कि तबीयत बिगड़ने के कारण वे पिछले कई दिनों से वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे,जिसके बाद सोमवार को उनका निधन हो गया। शिवकुमार स्वामी लिंगायत संत श्री सिद्धगंगा एजुकेशनल सोसायटी के प्रमुख थे। इस संस्थान द्वारा पूरे कर्नाटक में 125 शैक्षणिक संस्थानों का संचालन किया जाता है। इसमें इंजीनियरिंग कॉलेज से लेकर बिजनेस स्कूल भी शामिल हैं। गरीब छात्रों को यह संस्थान फ्री एजुकेशन देता है।इस वजह से लोग उन्हें जीवित भगवान मानते थे।

सिद्धगंगा मठ का 600 साल पुराना इतिहास है और कर्नाटक से लेकर केंद्र की राजनीति पर इस मठ का काफी प्रभाव रहा है। शिवकुमार स्वामी 1930 में लिंगायत साधु बने थे। उन्हें जाति, धर्म और कर्म से परे माना जाता है। इसी वजह कि उनके देहांत के बाद कर्नाटक सरकार ने उन्हें सबसे बड़े राजकीय सम्मान 'कर्नाटक रत्न' से नवाजा है और केंद्र सरकार से उन्हें 'भारत रत्न'से सम्मानित करने का आग्रह किया है। 

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