दो सालों के लिए UNSC का सदस्‍य बना भारत, फ्रांस ने किया स्‍वागत; कहा- ऐसा हो सुधार, ताकि मिले स्‍थायी सीट

आठवीं बार भारत को संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में अस्‍थायी सदस्‍य बनने का मौका मिला है। यहां यह दो सालों तक रहेगा। भारत का परिषद में स्‍वागत करते हुए फ्रांस के राजदूत ने कहा कि वह भारत की स्‍थायी सदस्‍यता के लिए प्रयास करेगा।

By Monika MinalEdited By: Publish:Fri, 01 Jan 2021 01:23 PM (IST) Updated:Fri, 01 Jan 2021 01:23 PM (IST)
दो सालों के लिए UNSC का सदस्‍य बना भारत, फ्रांस ने किया स्‍वागत; कहा- ऐसा हो सुधार, ताकि मिले स्‍थायी सीट
UNSC में भारत की सदस्‍यता पर फ्रांस का जोर

नई दिल्‍ली, एएनआइ।  संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में फ्रांस ने भारत का स्‍वागत किया है। अब  आगामी दो सालों के लिए भारत संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का सदस्‍य रहेगा। भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनाइन ने कहा, 'हम अंतरराष्‍ट्रीय कानून को बरकरार रखने के साथ आतंकवाद से संघर्ष और बहुआयामी सुरक्षा के मद्देनजर कंधे से कंधा मिलाकर काम करने के लिए इच्‍छुक हैं।  इसके लिए हमें सुरक्षा परिषद  में सुधार करना होगा, ताकि भारत को स्थायी सदस्यता मिल सके।'  

परिषद में 15 सदस्‍य हैं। इसमें पांच स्‍थायी सदस्‍य हैं चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका। साथ ही 10 अस्‍थायी सदस्‍य आम सभा द्वारा दो सालों के लिए चुने जाते हैं। 1 जनवरी, 2021 को भारत आठवीं बार अस्‍थायी सदस्‍य के तौर पर शुरुआत कर रहा है। इससे पहले 2011-12 में भारत सुरक्षा परिषद का सदस्‍य था। संयोग से फ्रांस उन पांच देशों में से एक है जो भारत की परिषद में स्‍थायी सदस्‍यता पर जोर देता है। 

उल्‍लेखनीय है कि सुरक्षा परिषद में पांच स्थायी सदस्य और 10 अस्थायी सदस्य होते हैं। भारत को अस्थायी सदस्य के तौर पर यहां आठवीं बार मौका मिला है। इससे पहले भारत ने सुरक्षा परिषद में व्यापक सहयोग की जरूरत को रेखांकित करते हुए कहा था कि अस्थायी सदस्य के तौर पर भारत अपने कार्यकाल में मानवाधिकारों और विकास जैसे बुनियादी मूल्यों को बढ़ावा देगा। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत का जोर बहुपक्षवाद पर भी रहेगा।

संयुक्त राष्ट्र संघ के 6 अहम हिस्सों में से एक UNSC है। इसके महत्‍वपूर्ण कार्यों में दुनियाभर में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना, संयुक्त राष्ट्र संघ में नए सदस्यों को जोड़ना और इसके चार्टर में बदलाव शामिल है। यह परिषद दुनियाभर के देशोंं में शांति मिशन भी भेजता है और अगर दुनिया के किसी हिस्से में मिलिट्री एक्शन की जरूरत होती है तो सुरक्षा परिषद रेजोल्यूशन के जरिए उसे लागू भी करता है।

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