नेग लेने एनडी तिवारी के घर पहुंचे किन्नर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रह चुके कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता करीब 89 वर्षीय नारायण दत्त तिवारी के विवाह की नेग लेने किन्नर शनिवार को उनके आवास पहुंचे। जहां पर जमकर गाना-बजाना हुआ।

By Edited By: Publish:Sat, 17 May 2014 04:20 PM (IST) Updated:Sat, 17 May 2014 05:41 PM (IST)
नेग लेने एनडी तिवारी के घर पहुंचे किन्नर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रह चुके कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता करीब 89 वर्षीय नारायण दत्त तिवारी के विवाह की नेग लेने किन्नर शनिवार को उनके आवास पहुंचे। जहां पर जमकर गाना-बजाना हुआ।

एनडी तिवारी ने बुद्ध पूर्णिमा के दिन 70 वर्षीया उज्जवला शर्मा से शादी की थी। इसकी खबर मिलते ही किन्नर नेग लेने को सक्रिय हो गए। वैसे तो किन्नरों की टीम कल ही उनके बंगले पहुंची थी, लेकिन कल उनकी पहली पत्‍‌नी सुशीला तिवारी की पुण्य तिथि होने के कारण कार्यक्रम टल गया। आज सुबह किन्नर उनके आवास पर पहुंचे। उस समय एनडी तिवारी सो रहे थे। किन्नरों के आने की खबर मिलने पर एनडी तिवारी उठे और तैयार होकर बाहर आए। उन्होंने पत्‍‌नी के साथ इन किन्नरों के नृत्य का पूरा आनंद उठाया। एनडी तथा उज्ज्वला को इन किन्नरों ने बधाई देने के साथ डांस भी किया। एनडी ने इनको 11,000 रुपये की धनराशि प्रदान की। ं

गौरतलब है कि पितृत्व विवाद में उज्जवला के पुत्र रोहित शेखर को अपना बेटा मान चुके एनडी ने उज्जवला को भी बतौर पत्‍‌नी स्वीकार कर लिया। शादी के बाद पत्रकारों के सामने आए तिवारी ने कहा कि मेरी विद्वान पत्‍‌नी डॉ. उज्जवला और मैं आप सबसे सामूहिक आशीर्वाद चाहते हैं। गुपचुप तरीके से शादी रचाने के सवाल पर तिवारी ने पत्‍‌नी की ओर देखते हुए कहा कि इन लोगों को क्यों नहीं बुलाया गया तो उज्जवला ने कहा कि सब कुछ जल्दी में हो गया। पिछले कुछ दिनों से लिव-इन-रिलेशन में रह रहे एनडी और उज्जवला ने बुधवार को अचानक शादी का फैसला किया। कुछ करीबी रिश्तेदारों और स्टाफ की मौजूदगी में हुई इस शादी में उज्जवला के भाई डॉ. तरुण कुमार और भाभी डॉ. रेखा ने कन्यादान किया। पहाड़ी रीति रिवाज से शादी संपन्न हुई जिसमें तिवारी के बड़े भाई की भूमिका निभाने के लिए उनसे बड़ा कोई नहीं मिला, लेकिन उनके ओएसडी अरुण शुक्ला सहबाला बने। कन्या पक्ष की तरफ से भी दुल्हन को आभूषण और साड़ियां दी गई, जबकि एनडी तिवारी की ओर से उन्हें मंगल सूत्र और अन्य जेवरात दिए गए। खासतौर से पर्वतीय इलाकों में शादी के समय प्रयोग होने वाला पिछौड़ा पहनाकर शादी कराई गई। एनडी तिवारी शेरवानी पहनकर सेहरा बांधे दूल्हे के रूप में उज्जवला को फूलों का हार पहनाए तो गहनों से सजी मेहंदी रचे हाथों से उज्जवला ने भी उनके गले में हार डाल दिया। वैदिक मंत्रों के बीच पार्क रोड स्थित हनुमान आश्रम के पंडित प्रेम नारायण शुक्ल ने नव दंपती को सात वचन निभाने का संकल्प दिलाया।

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