बर्ड फ्लू के अलर्ट के चलते शोध के लिए रखी गई चार हजार मुर्गि‍यों की सुरक्षा बढ़ाई, जारी की गाइडलाइन

मध्‍य प्रदेश में बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी होने के बाद जबलपुर स्थित नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय ने अपने सभी मुर्गी फार्म और यहां चल रहे रिसर्च सेंटर की सुरक्षा बढ़ा दी है। यहां पर किसी भी बाहर व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी है।

By Arun kumar SinghEdited By: Publish:Sun, 10 Jan 2021 10:59 PM (IST) Updated:Sun, 10 Jan 2021 10:59 PM (IST)
बर्ड फ्लू के अलर्ट के चलते शोध के लिए रखी गई चार हजार मुर्गि‍यों की सुरक्षा बढ़ाई, जारी की गाइडलाइन
मध्‍य प्रदेश में बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट

 अतुल शुक्ला, जबलपुर। मध्‍य प्रदेश में बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी होने के बाद जबलपुर स्थित नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय ने अपने सभी मुर्गी फार्म और यहां चल रहे रिसर्च सेंटर की सुरक्षा बढ़ा दी है। विवि के सामने उन चार हजार मुर्गि‍यों की सुरक्षा की चुनौती है, जिन पर विवि के विज्ञानी रिसर्च कर रहे हैं। इनमें कड़कनाथ से लेकर कलर बर्ड और नर्मदा निधि जैसी मुख्य प्रजातियों की मुर्गि‍यां हैं। इन तक बर्ड फ्लू के लक्षण न पहुंचें, इसके लिए विवि प्रशासन ने गाइडलाइन बनाकर इनकी सुरक्षा के लिए वेटरनरी विज्ञानियों की टीम बना दी है।

वेटरनरी विवि ने जबलपुर, महू, रीवा वेटरनरी कॉलेज फार्म का एरिया रेड जोन घोषित

इधर, जबलपुर के अधारताल स्थित विवि के फार्म समेत महू (इंदौर) और रीवा वेटरनरी कॉलेज के फार्म को रेड जोन घोषित कर दिया है। यहां पर किसी भी बाहर व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही विवि ने सभी पोल्ट्री फार्म में काम करने वाले रिसर्च एक्सपर्ट के साथ विवि के कर्मचारियों के प्रवेश के पहले जांच करने और जानकारी लेने के निर्देश दिए हैं।

विवि ने तत्काल उठाए ये कदम

- फार्म पर बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक।

- मुर्गि‍यों के स्वास्थ्य, व्यवहार पर निगरानी।

- शोधार्थी व कर्मचारियों को भी जांच के बाद ही प्रवेश।

- मुर्गी और चूजों को निर्धारित तापमान में रखा जा रहा है।

- आधुनिक मशीन की मदद से प्रजनन पर ध्यान।

- बाहरी पक्षी फार्म पर न बैठें, इसलिए दो-तीन घंटे में टीन बजा रहे।

- अंडे -मुर्गी की ब्रिकी पर रोक लगाई।

प्रदेश में ब‌र्ल्ड फ्लू को देखते हुए विवि ने अपने सभी फार्म में रहने वाले मवेशियों व मुर्गियों की सुरक्षा के लिए गाइडलाइन जारी की है। बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगाने के साथ ही विवि के लोगों के लिए भी प्रवेश के पहले सुरक्षा के मापदंड का पालन करना अनिवार्य किया गया है। हालांकि अब तक किसी तरह के लक्षण सामने नहीं आए हैं।

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