भोपाल से जबलपुर आ रहे मजिस्ट्रेट ने नशे में धुत होकर ट्रेन में मचाया हंगामा

शनिवार-रविवार की दरमियानी रात भोपाल से जबलपुर आ रही ओवरनाइट एक्सप्रेस के एसी कोच में मजिस्ट्रेट ने नशे की हालात में जमकर हंगामा मचाया।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Mon, 18 Jun 2018 07:31 AM (IST) Updated:Mon, 18 Jun 2018 07:40 AM (IST)
भोपाल से जबलपुर आ रहे मजिस्ट्रेट ने नशे में धुत होकर ट्रेन में मचाया हंगामा
भोपाल से जबलपुर आ रहे मजिस्ट्रेट ने नशे में धुत होकर ट्रेन में मचाया हंगामा

जबलपुर(नई दुनिया)। शनिवार-रविवार की दरमियानी रात भोपाल से जबलपुर आ रही ओवरनाइट एक्सप्रेस के एसी कोच में मजिस्ट्रेट ने नशे की हालात में जमकर हंगामा मचाया। पहले तो उन्होंने यात्रियों से विवाद किया और फिर कोच की बाथरूम के बाहर कपलिंग के पास लघुशंका करने लगा। वहां से निकल रहे यात्री यह देखकर भड़क गए। उन्होंने पहले तो मजिस्ट्रेट को ऐसा करने से मना किया, लेकिन उनकी हालत देखकर तत्काल इसकी जानकारी कोच अटेंडेंट को दी।

मजिस्ट्रेट सुन आरपीएफ भागी

जानकारी के मुताबिक बी-2 कोच की 27 नंबर सीट पर सफर कर रहे मजिस्ट्रेट का हंगामा देख यात्री भी भड़क गए। उन्होंने इसकी जानकारी आरपीएफ और जीआरपी को दी। पिपरिया स्टेशन पर ट्रेन रुकते ही आरपीएफ पहुंची, लेकिन जैसे ही उन्होंने सुना कि हंगामा कर रहा व्यक्ति मजिस्ट्रेट है तो वह भी वहां से निकल गई और ट्रेन रवाना हो गई।

आरपीएफ का यह व्यवहार देखकर यात्री भड़क गए और उन्होंने चेन पुलिंग कर दी। यात्रियों ने एक साथ कई कोचों की चेन खींची और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। इधर, नशे में धुत मजिस्ट्रेट और यात्रियों के बीच बहस के बाद घटना की जानकारी रेलवे बोर्ड को ट्वीट करने से लेकर सोशल मीडिया में फैल गई।

मजिस्ट्रेट की हरकत से भड़के यात्री

ट्रेन में सफर कर रहे पूर्व मंत्री हरेन्द्र सिंह बब्बू ने बताया कि मजिस्ट्रेट शराब के नशे में इतना धुत था कि उसने बुजुर्ग महिलाओं से भी दुर्व्यवहार किया। कोच में जबलपुर के कई डॉक्टर्स और अधिकारी भी थे, जो मजिस्ट्रेट की हरकत से नाराज हुए। पूर्व मंत्री के बताया कि उन्होंने इसकी जानकारी रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को दी। साथ ही दूसरे यात्रियों ने भी इसकी जानकारी रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाई। पिपरिया से रवाना होते ही चेन पुलिंग कर दी, जिससे तकरीबन 30 मिनट तक ट्रेन खड़ी रही। इसके बाद वरिष्ठ अफसरों के निर्देश पर आरपीएफ और जीआरपी का अमला ट्रेन में पहुंचा और उन्होंने हंगामा कर रहे मजिस्ट्रेट को वहीं उतार दिया। पीड़ित महिला और टीटी ने मजिस्ट्रेट के खिलाफ लिखित शिकायत आरपीएफ कर्मियों को दी, फिर ट्रेन रवाना हुई।

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