बेंगलुरु में दो साल के बच्चे के पेट से डॉक्टरों ने निकाले चुंबक, हो सकता था जान के लिए खतरा

बेंगलुरु में एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने दो साल के बच्चे के पेट से दो चुंबक निकालकर उसकी जान बचाई।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 18 Jun 2020 10:44 PM (IST) Updated:Thu, 18 Jun 2020 10:44 PM (IST)
बेंगलुरु में दो साल के बच्चे के पेट से डॉक्टरों ने निकाले चुंबक, हो सकता था जान के लिए खतरा
बेंगलुरु में दो साल के बच्चे के पेट से डॉक्टरों ने निकाले चुंबक, हो सकता था जान के लिए खतरा

बेंगलुरु, आइएएनएस। बेंगलुरु में एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने दो साल के बच्चे के पेट से दो चुंबक निकालकर उसकी जान बचाई। मई में खेलते समय बच्चे ने ये चुंबक निगल लिए थे। साकार अस्पताल के बाल चिकित्सक सर्जन एपी लिंगेगौड़ा ने बताया, '24 मई को कराए गए एक्सरे से पता चला कि दो साल के नित्य (काल्पनिक नाम) के पेट में दो चुंबक हैं। अगले दिन एक्सरे में पाया गया कि दोनों चुंबक बच्चे की आंत में हैं जिन्हें जल्दी नहीं निकाला गया तो उसकी जान को खतरा हो सकता है।' 

मई में खेलते समय निगले थे चुंबक

नित्य भाग्यशाली निकला क्योंकि समय रहते दोनों चुंबक लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के माध्यम से निकालने में सफलता मिल गई। इस निजी अस्पताल में इस तरह का यह पहला मामला था। सर्जन ने कहा कि दोनों चुंबक आकार में छोटे (छह एमएम) लेकिन शक्तिशाली थे। इलाज में देरी से संकट पैदा हो सकता था।

छोटी चीजों को बच्चों से दूर रखना जरूरी

सर्जन लिंगेगौड़ा ने कहा, बच्चे स्वभाव से उत्सुक होते हैं और जो भी चीज उनके हाथ आती है उसे वह मुंह में डाल लेते हैं। ऐसे में छोटी चीजों को उनसे दूर रखना जरूरी है। एक चुंबक अपने आप निकल सकता है, लेकिन दो चुंबक एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं इसीलिए वे शरीर में फंसे रहे और बच्चे के जीवन के लिए खतरा बने हुए थे। 

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