हजारों की संख्या में पैदल यात्रा कर रहे प्रवासी, नहीं मिल रही परिवहन सहायता

पेरशान प्रवासियों का कहना है उन्हें परिवहन सुविधा नहीं मिल पा रही है इसलिए वह अपने घरों के लिए पैदल ही यात्रा कर रहे हैं।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Sat, 16 May 2020 08:56 AM (IST) Updated:Sat, 16 May 2020 09:03 AM (IST)
हजारों की संख्या में पैदल यात्रा कर रहे प्रवासी, नहीं मिल रही परिवहन सहायता
हजारों की संख्या में पैदल यात्रा कर रहे प्रवासी, नहीं मिल रही परिवहन सहायता

हैदराबाद, एएनआइ। देशभर में लगे लॉकडाउन के चलते कोने-कोने में लोग फंसे हुए हैं और अपने घर जाने क लिए बेताब हैं। ऐसे में सरकार की तरफ से जारी सुविधाओं का प्रवसियों तक लाभ नहीं पहुंच पा रहा है। लगातार प्रवासी कोने-कोने में अपने घरों में वापस जाने के लिए लंबी-लंबी पैदल यात्राएं कर रहे हैं। पेरशान प्रवासियों का कहना है कि उन्हें परिवहन सुविधा नहीं मिल पा रही है इसलिए वह अपने घरों के लिए पैदल ही यात्रा कर रहे हैं। 

अब हजारों की संख्या में परेशान प्रवासी अपने घर पहुंचे लिए मीलों दूर पैदल यात्रा कर रहे हैं। इस दौरान तेलंगाना में फंसे एक प्रवासी छोटू यादव ने न्यूज एजेंसी एएनआइ को बताया कि वह तंदूर से यहां पर आए थे और लॉकडाउन के चलते फंस गए। अब वह अपने घर यूपी और बिहार जाने के लिए पैदल चल रहे हैं, लेकिन तेलंगाना में उन्हें परिवहन की कोई सुविधा नहीं मिली है। हमें सरकार से कोई मदद मिले दो महीने हो चुके हैं। सरकार ने हमें एक किलोग्राम भी गेहूं नहीं दिया। अगर कोई हमें परिवहन में मदद करता है तो हम अपने गांव तक पहुंच सकते हैं। 

वहीं अन्य प्रवासी नीलम ने न्यूज एजेंसी एनएआइ से कहा कि  "हम तंदूर से यहां आए हैं, हमें अपने दो छोटे बच्चों के साथ पैदल पड़ा। हमे जमींदार और न ही अधिकारियों से मदद की कोई उम्मीद है। इसलिए हमने अपने घर जाने का फैसला किया किया है। हमे रायपुर पहुंचना है। 

तेलंगान में पैदल चल रहे तीसरे प्रवासी अफसर अली ने कहा, "हमारे पास अपने मूल स्थान तक पहुंचने के लिए कोई सुविधा नहीं है, हमने रेलवे विभाग में एक फॉर्म भर दिया है, लेकिन अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं है। मेरी पत्नी गर्भवती है। उसके लिए कोई सुविधा नहीं है।एक अन्य प्रवासी मेवालाल ने कहा, "मैं अनंतपुर से हैदराबाद पैदल आया हूँ, हम यहा थोड़ी देर आराम करने के लिए रुक गए। हो सकता है कि हम अगले तीन दिनों में अपने गाँव पहुंच जाएं।

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