देश में साइबर अपराधों में हर साल 40 फीसद की वृद्धि
देश में पिछले दो साल के दौरान साइबर अपराधों में 40 फीसद की सालाना वृद्धि हुई है। इनमें वेबसाइट्स की हैकिंग, इन साइट्स पर अश्लील सामग्री परोसना, क्रेडिट कार्ड व बैंकिंग धोखाधड़ी के मामले शामिल है। इस वृद्धि से चिंतित केंद्र सरकार ने इससे निपटने की प्रभावी रणनीति तैयार करने
नई दिल्ली। देश में पिछले दो साल के दौरान साइबर अपराधों में 40 फीसद की सालाना वृद्धि हुई है। इनमें वेबसाइट्स की हैकिंग, इन साइट्स पर अश्लील सामग्री परोसना, क्रेडिट कार्ड व बैंकिंग धोखाधड़ी के मामले शामिल है। इस वृद्धि से चिंतित केंद्र सरकार ने इससे निपटने की प्रभावी रणनीति तैयार करने के लिए विशेषज्ञ समूह का गठन किया है।
गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 2013 में साइबर अपराध के 71,780 मामले सामने आए थे जबकि 2012 में इनकी संख्या 22 हजार थी। लेकिन इस साल जून तक साइबर अपराध की 62,189 घटनाएं सामने आ चुकी थीं। 2013 में दुनियाभर में फैले विभिन्न हैकर समूहों द्वारा भारत की 28,481 वेबसाइट्स हैक की गई थीं। हैकिंग की 2012 में 27,405 और 2011 में 21,669 घटनाएं हुई। अश्लील सामग्री को परोसना, अनधिकृत सामग्री का प्रसारण, क्रेडिट कार्ड व बैंकिंग फ्राड पूरी दुनिया में आम हैं। गृह मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक पिछले दो तीन सालके दौरान साइबर अपराधों में सालाना 40 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है। अपराधों की आभासी दुनिया होने के कारण मूल स्रोत का पता लगाना ही बहुत मुश्किल काम है।
नेशनल साइबर रिकार्ड्स ब्यूरो के पास साइबर अपराधों के उपलब्ध डाटा के अनुसार 2011, 2012, 2013 में क्रमश: 1791, 2876, 4356 मामले सूचना कानून के तहत दर्ज हुए जबकि इन वर्षो में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत 422, 601, 1337 मामले दर्ज किए गए। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कहा था कि आतंकियों द्वारा सोशल मीडिया, इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुए साइबर निगरानी को मजबूत करने की जरूरत है। उनका यह बयान बेंगलुरु में आइएस के ट्विटर अकाउंट हैंडलर मेहदी मसरूर और आइएस से जुड़े युवक आरिफ माजिद की मुंबई में गिरफ्तारी के बाद आया था।