कोविड टीकाकरण डिजिटल हेल्थ इंडिया की दिशा में बड़ी छलांग, जानें डिजिटल हेल्थ आइडी के क्‍या हैं फायदे

कोरोना के खिलाफ टीकाकरण देश में डिजिटल हेल्थ की दिशा में बड़ी छलांग है। टीकाकरण के लिए को-विन पोर्टल पर जुटाए जा रहे आंकड़ों का इस्तेमाल भविष्य में लाभार्थियों तक अन्य सेवाएं पहुंचाने में भी किया जा सकता है। पढ़ें यह रिपोर्ट...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sun, 07 Mar 2021 10:09 PM (IST) Updated:Mon, 08 Mar 2021 06:57 AM (IST)
कोविड टीकाकरण डिजिटल हेल्थ इंडिया की दिशा में बड़ी छलांग, जानें डिजिटल हेल्थ आइडी के क्‍या हैं फायदे
कोरोना के खिलाफ टीकाकरण देश में डिजिटल हेल्थ की दिशा में बड़ी छलांग साबित हो सकता है।

नीलू रंजन, नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ टीकाकरण देश में डिजिटल हेल्थ की दिशा में बड़ी छलांग साबित हो सकता है। टीकाकरण के लिए को-विन पोर्टल पर जुटाए जा रहे आंकड़ों का इस्तेमाल भविष्य में लाभार्थियों तक अन्य सेवाएं पहुंचाने में भी किया जा सकता है। यह प्लेटफार्म प्रतिदिन करोड़ों टीकाकरण के आंकड़ों को संभाले रखने में सक्षम है। नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के सीईओ आरएस शर्मा ने दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में उक्त बातें कहीं। नेशनल हेल्थ अथारिटी के पास ही डिजिटल हेल्थ मिशन की भी कमान है।

डिजिटल हेल्थ आइडी के ये होंगे लाभ

शर्मा ने कहा कि टीकाकरण के दौरान पंजीकरण के बाद प्रत्येक लाभार्थी का डिजिटल हेल्थ आइडी तैयार किया जा रहा है। इस डिजिटल हेल्थ आइडी का इस्तेमाल लाभार्थी बाद में अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के दौरान भी कर सकेंगे। डिजिटल हेल्थ आइडी से संबंधित लाभार्थी की बीमारी, जांच और इलाज से जुड़े सभी डाटा डिजिटल प्लेटफार्म पर उपलब्ध होंगे, जिसे एक क्लिक के जरिये देखा जा सकता है।

पांच राज्यों में पायलट प्रोजेक्‍ट

फिलहाल पांच राज्यों में डिजिटल हेल्थ मिशन को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लांच किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के प्लेटफार्म पर देश का कोई भी व्यक्ति अपने आधार नंबर के साथ पंजीकरण कराकर डिजिटल आइडी हासिल कर सकता है। कोरोना टीकाकरण अभियान को देश में हेल्थ सेक्टर में बड़े बदलाव की शुरुआत बताते हुए शर्मा ने कहा कि को-विन जैसे प्लेटफार्म को चलाने के अनुभव का लाभ बाद में डिजिटल हेल्थ मिशन में लिया जाएगा।

टेलीमेडिसिन की सुविधा भी मिलेगी

यह प्लेटफार्म टेलीमेडिसिन की सुविधा भी उपलब्ध कराएगा और अस्पताल या डॉक्टर के पास खुद जाकर इलाज कराने का विकल्प भी देगा। इससे छोटी-मोटी बीमारियों के लिए लोगों को अस्पतालों का चक्कर लगाने से मुक्ति मिल जाएगी। 

हर प्रकार के डाटा संभाल सकता है को-विन

फिलहाल को-विन प्लेटफार्म प्रतिदिन लगभग 14 लाख लोगों के टीकाकरण के डाटा को संभाल रहा है और उन्हें क्यूआर पर आधारित अस्थायी और स्थायी प्रमाणपत्र भी जारी कर रहा है। उन्होंने कहा कि को-विन प्लेटफार्म की क्षमता इससे कई गुना अधिक है। इसमें प्रतिदिन करोड़ों लोगों के टीकाकरण के हर प्रकार के डाटा को संभालने की क्षमता है।

अमेजन की तरह मिलेगा प्लेटफार्म

पूरे देश में डिजिटल हेल्थ मिशन के लागू होने के बाद टीकाकरण की तरह ही प्रतिदिन करोड़ों लोगों के डाटा को संभालने और प्रोसेस करने की जरूरत पड़ेगी। डिजिटल हेल्थ मिशन की रूपरेखा बताते हुए शर्मा ने कहा कि यह आम लोगों और सेवा प्रदाताओं को अमेजन की तरह का प्लेटफार्म उपलब्ध कराएगा। आम लोग अपनी बीमारी का बेहतर इलाज बेहतर पैकेज के साथ करा सकेंगे।

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