Coronavirus: मध्य प्रदेश के राजभवन में कोरोना ने दी दस्तक, कर्मचारी का पुत्र निकला पॉजिटिव

राज्यपाल के लिए खाना बनाने से लेकर बंगले के सफाईकर्मियों की भी नए सिरे से जमावट की गई है। कुछ लोगों को ड्यूटी से हटाया भी गया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Mon, 25 May 2020 10:39 PM (IST) Updated:Mon, 25 May 2020 10:39 PM (IST)
Coronavirus: मध्य प्रदेश के राजभवन में कोरोना ने दी दस्तक, कर्मचारी का पुत्र निकला पॉजिटिव
Coronavirus: मध्य प्रदेश के राजभवन में कोरोना ने दी दस्तक, कर्मचारी का पुत्र निकला पॉजिटिव

भोपाल, राज्य ब्यूरो। कोरोना का संक्रमण अब मध्य प्रदेश के राजभवन तक पहुंच गया है। हाई सिक्योरिटी के बावजूद राजभवन कैंपस में कोरोना का संक्रमण पहुंचने से हड़कंप मच गया। यहां के अधिकारी और कर्मचारी क्वारंटाइन हो गए हैं।

राजभवन कर्मचारी का 28 वर्षीय पुत्र कोरोना संक्रमित

सोमवार को राजभवन के मोटर गैराज में काम करने वाले एक कर्मचारी का 28 वर्षीय पुत्र कोरोना संक्रमित पाया गया है। संक्रमित युवक के अनुसार वह 15 दिन पहले गैस सिलेंडर लेने कैंपस के बाहर गया था, लेकिन इस दौरान उसने शारीरिक दूरी सहित अन्य सभी सावधानियां बरती थी। वहीं, इसी दौरान कैंपस में एक सब्जी वाला भी आया था। इससे कई लोगों ने सब्जियां ली। इसके बाद से ही कुछ लोगों को बुखार आना शुरू हो गया। उनका इलाज राजभवन की डिस्पेंसरी में कराया जा रहा है।

राज्यपाल का निजी स्टाफ बदला

राजभवन के स्टाफ में कोरोना संक्रमण के बाद राज्यपाल लालजी टंडन के निजी स्टाफ में भी जरूरी बदलाव किया गया है। राज्यपाल के लिए खाना बनाने से लेकर बंगले के सफाईकर्मियों की भी नए सिरे से जमावट की गई है। कुछ लोगों को ड्यूटी से हटाया भी गया है।

दुल्हन की घर की बजाय क्वारंटाइन सेंटर से बिदाई

इस दुल्हन की बिदाई अनोखी थी। कोरोना संक्रमण के दौर में वह पिता के घर की बजाय क्वारंटाइन सेंटर से ही ससुराल के लिए विदा हई। होशंगाबाद जिले के पिपरिया में बनाए गए इस सेंटर से सोमवार को जब दुल्हन रेखा साहू ससुराल के लिए विदा हुई तो इस पल के साक्षी बने प्रशासनिक अधिकारियों व अन्य लोगों की आंखें नम हो गई। रेखा साहू अपनी मां व भाभी के साथ यहां 10 दिन तक रही थीं। प्रशासनिक और समाजसेवियों ने मिलकर पहले से तय रेखा का विवाह 23 मई को यहीं विधि-विधान से संपन्न करवाया था।

क्वारंटाइन सेंटर में घर जैसा माहौल मिला

कोरोना के इस दौर ने लोगों को क्या-क्या नहीं दिखाया, इसकी बानगी यह शादी भी रही। दरअसल रेखा साहू अपनी भाभी के साथ पीथमपुर से पिपरिया आई तो उन लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया। रेखा साहू ने बताया कि मुझे यहां कोरोना संक्रमण के संदेह के कारण 15 मई को संस्थागत क्वारंटाइन किया गया था। जब मैंने अपनी आर्थिक स्थिति कमजोर होने और विवाह की तिथि पूर्व से तय होने की बात एसडीएम मदनसिंह रघुवंशी को बताई तो उन्होंने मेरा विवाह तय मुहूर्त 23 मई को शाम सात बजे संपन्न करवाया। वर पक्ष की ओर से पूरा सहयोग किया गया। यहां क्वारंटाइन सेंटर में मुझे घर जैसा माहौल मिला। जिसे मैं जीवनभर नहीं भूल पाऊंगी। सभी प्रशासनिक अधिकारियों ने जिस सम्मान व स्नेह के साथ विदा किया है, ऐसा मेरे घर पर भी नहीं होता। ये कभी कल्पना नहीं कि थी कि बीमारी से लड़ने का इतना अच्छा फल मिलेगा।

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